अवैध दरगाह को नोटिस से सुलगा जूनागढ़, थाने पर पथराव और आगजनी से डीएसपी सहित 4 पुलिसकर्मी घायल, एक की मौत
अहमदाबाद(एजेंसी)। गुजरात के जूनागढ़ में सड़क पर बनी अवैध दरगाह हटाने के नोटिस को लेकर शुक्रवार रात जमकर बवाल हुआ। इस दौरान करीब 500 से 600 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हस हमले एक डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। हिंसा के बाद एक्शन में आई पुलिस ने करीब 175 लोगों को हिरासत में लिया है। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव है, लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही है।
जानकारी के अनुसार जूनागढ़ नगर निगम की तरफ से रास्ते बीच में बनी अवैध दरगाह हटाने का नोटिस दिया गया था। दरगाह पर नोटिस चिपकाने के बाद लोग सड़कों पर उतर आए और भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। वहीं, मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी में लोगों ने जमकर तोडफोड़ की और पुलिस टीम पर पथराव करने के साथ ही बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है। पुलिस के मुताबिक, उपद्रवियों ने हिंसा के दौरान कई गाड़ियां भी फूंक दी। उपद्रव को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पथराव के दौरान एक व्यक्ति की मौत होने की खबर है। घटना के बाद से इलाके में काफी तनाव है। यहां बड़ी तादाद में जवानों को तैनात कर पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
एसपी जूनागढ़ रवि तेजा वासमसेट्टी ने शनिवार को कहा कि मजेवाड़ी गेट के पास एक मजार को जूनागढ़ नगर निगम द्वारा 5 दिनों के भीतर उसके वैध होने के दस्तावेज पेश करने का नोटिस दिया गया था। कल वहां करीब 500-600 लोग जमा हुए थे। पुलिस उन्हें सड़क जाम नहीं करने के लिए समझा रही थी। रात करीब 10:15 बजे वहां पथराव किया गया और उपद्रवी लोग पुलिस पर हमला करने के लिए आ गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। इस घटना में कुछ पुलिस कर्मी घायल हो गए। 174 लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रथम दृष्टया पथराव से एक व्यक्ति की मौत हुई है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा।