बीजेपी की धर्म-जाति आधारित सर्वे पर छत्तीसगढ़ में सियासी संग्राम

छत्तीसगढ़ में धर्म और जाति आधारित सर्वे को लेकर सियासत तेज हो गई है. जाति और धर्म के आधार पर सर्वे को लेकर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि बीजेपी इस सर्वे से यह पता करना चाह रही है कि, किस वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिला है. दूसरी तरफ सीएम बघेल ने इस सर्वे को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. सीएम ने कहा कि बीजेपी विधायकों के बाद अब इस सर्वे से अपने सांसदों का टिकट काटने जा रही है.

बीजेपी की धर्म-जाति आधारित सर्वे पर छत्तीसगढ़ में सियासी संग्राम

त्तीसगढ़ में बीजेपी की धर्म और जाति आधारित सर्वे पर घमासान छिड़ गया है. एक तरफ कांग्रेस इस मुद्दे पर बीजेपी को घेर रही है. सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी के इस सर्वे पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब छत्तीसगढ़ में अपने विधायकों और सांसदों के टिकट को काटने की तैयारी कर रही है. जबकि बीजेपी ने इस सर्वे को लेकर अलग तर्क दिया है. बीजेपी का कहना है कि इस सर्वे से हम यह पता करेंगे के कि किस वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिला है. कांग्रेस के इस विरोध पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी सांसद सुनील सोनी ने कांग्रेस पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है.

धर्म के आधार पर सर्वे और कांग्रेस के आरोपों पर सुनील सोनी ने कहा कि जाति और धर्म के आधार पर सर्वे करने का मकसद यही है कि हम यह पता करेंगे की किस व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिला? इसकी जानकारी जुटाई जाएगी. हम चाहते हैं कि बाबा साहब अंबेडकर की व्यवस्था पर काम हो, लोगों को न्याय मिले. साम्प्रदायिकता का आरोप लगाकर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है.

सांसद सुनील सोनी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे को लेकर कहा कि हाईवे और सड़कों के शिलान्यास में सिर्फ मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाई गई थी.केंद्रीय मंत्री की तस्वीर तक नहीं लगाई गई. नितिन गडकरी के स्वागत में सामान्य शिष्टाचार भी नहीं अपनाया गया. यहां तक कि एयरपोर्ट पर कोई मंत्री को रिसीव करने तक नहीं पहुंचा. सुनील सोनी ने कांग्रेस पर शिष्टाचार भूलने का आरोप लगाया.

 सांसद सुनील सोनी ने कहा कि बीजेपी में किसको टिकट मिलेगा, किसकी टिकट कटेगी. इसकी चिंता कांग्रेस न करे. जैसी स्थिति कांग्रेस की सरकार में हो गई है. कांग्रेस जिसे भी टिकट देगी. उसका हारना तय है. अपराधियों को लगने लगा है कि उनकी सरकार है. वहीं, छत्तीसगढ़ में एथेनॉल प्लांट की अनुमति के पेच और सरकारी योजनाएं लागू करने को लेकर उन्होंने कहा कि एथेनॉल प्लांट को लेकर कोई काम नहीं हुआ है. राज्य सरकार इस पर भ्रम फैला रही है. केंद्र से अनुमति को लेकर नितिन गडकरी से मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत बातचीत भी हुई है. सरकार भ्रम फैलाने के बजाय काम करे तो बेहतर है