कांग्रेस के नेताद्वय बस्तर सांसद दीपक बैज व शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा का भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल को करारा जवाब भाजपा का स्तर अब इतना गिर चुका की वह सामाजिक आयोजनों में भी अपना खोया वजूद तलाश रही....
भाजपा को 15 वर्षों में बस्तर महाराजा की प्रतिमा लगाने की याद नहीं आई, फिर आदिवासियों को झूठे आश्वासन देकर छलने की तैयारी में... कांग्रेस की नसीहत विपक्ष अब सत्ता में वापसी करने का ख्वाब देखना छोड़ दे..
छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता बृजमोहन के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर बस्तर सांसद दीपक बैज व शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने पलटवार कर कहा कि 15 साल के कुशासन के बाद अपना पूर्णतः जनाधार व आस्तित्व खो चुकी भाजपा किस संस्कृति की बात कर रही है, सामाजिक आयोजनों को राजनैतिक रंग देने वाले भाजपाई सियासी चश्मा उतारे व आत्ममंथन करे कि वह किस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। कांग्रेस की भूपेश सरकार जबसे सत्ता पर काबिज हुई है, आदिवासियों सहित हर वर्ग को लेकर संवेदनशील रही है। बैज व शर्मा ने आगे कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के साथ ही कांग्रेस की ऋण माफी योजना का सबसे ज्यादा लाभ भाजपाईयों ने उठाया, लाखों रुपये का कर्ज लेकर शासकीय कोष में डाका डालने वाले भाजपा नेता बहरूपिया किसान बनकर सरकार की ऋण माफी योजना का लाभ उठाने से पीछे नही रहे और ना ही इससे परहेज किया यह उनकी संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है। भाजपा नेताओं का दोहरा चरित्र छत्तीसगढ़ की जनता देख चुकी है, अब यह सामाजिक सौहाद्र के वातावरण को दूषित करने का पुरजोर प्रयास कर रहे है। श्री बैज और शर्मा ने कहा कि आदिवासी हितैषी कांग्रेस की भूपेश सरकार ने लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की ज़मीन वापस लौटाई, नन्दराज पर्वत पर उसी समुदाय के हित मे निर्णय लिया और तो और बस्तर विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष भी इसी समुदाय से बनाकर आदिवासी हितैषी होने का सबूत दिया, कांग्रेस ने जो कहा सो किया। आदिवासीयों के हित व उनकी सुरक्षा के लिए सरकार की महत्वाकांक्षी योजनायें मिल का पत्थर साबित हो रही है। अब समाज खुद को सुरक्षित महसूस करने लगा है, कांग्रेस की भूपेश सरकार को इसके अतिरिक्त अन्य किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं। सांसद दीपक बैज और अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा है कि महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव की पुण्यतिथि के आयोजन को भाजपा ने राजनीतिक मंच बनाने का प्रयास किया जिससे बस्तरवासियों की भावनाऐं आहत हुई है, बस्तर महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव से बस्तरवासियों की भावनाएं जुड़ी हुई है और जनता आज भी उनका सम्मान करती है। इस आयोजन के संयोजक व भारतीय जनता पार्टी के स्वयंभू मुख्यमंत्री पद के दावेदार बृजमोहन अग्रवाल ने जगदलपुर आकर बस्तर अंचल की शांत फिज़ा को बिगाड़ने का अनाधिकृत प्रयास किया, बस्तर की धरती अपने आपमें सांप्रदायिक सौहार्द्र की एक अद्भुत मिसाल है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण हमें विगत दिनों पूर्व देखने को मिला, जिसमें विभिन्न सामाजिक संघ, संगठनों ने विभिन्न धर्मावलंबियों के धर्म गुरुओं का पूरी शिद्दत के साथ आदर सत्कार किया। यही बस्तर की संस्कृति, परम्परा व पहचान रही है। सांसद बैज और जिलाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यशैली और योजनाओं ने विपक्ष को हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया है, आज बस्तर अंचल का आदिवासी जल,जंगल और ज़मीन से संपन्न होकर वनोपज, किसान न्याय योजना, गोधन योजना और अपनी धान का सही समर्थन मूल्य प्राप्त कर एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है, जिला मुख्यालय जगदलपुर अपने आप में आज एक ऐतिहासिक स्टेडियम, खूबसूरत प्लेग्राउंड, दलपत सागर जैसे स्मरणीय स्थल और अध्ययन के लिए सुंदर लाइब्रेरी से परिपूर्ण हो चुका है भूपेश सरकार की इन योजनाओं के कारण संपूर्ण बस्तर संभाग से भाजपा नेस्तनाबूद और ज़मीदोज़ हो चुकी और अब बस्तर अंचल में अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए भाजपा ऐसे आयोजनों के माध्यम से ज़मीन तलाश रही है, नेताद्वय ने कहा है कि महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव के प्रति बस्तर वासियों की अगाध श्रद्धा और आस्था है लेकिन भाजपा द्वारा बस्तर अंचल के सांप्रदायिक सौहार्द पूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का अनाधिकृत प्रयास किया जा रहा है जिससे संपूर्ण बस्तरवासियों की भावनाएं आहत हुईं है। बस्तर की बदलती हुई तस्वीर सबसे बड़ा उदाहरण है कि बस्तर सहित प्रदेश अब चंहुमुखी विकास की ओर अग्रसर है, प्रदेश की जनता अब मुखर होकर कहने लगी है कि हमने एक अच्छी व मजबूत सरकार बनाई। नेताद्वय ने कहा कि बस्तर से जब भाजपा का सूपड़ा साफ हो चुका है तो अब भाजपा को महाराजा की याद सताने लगी है, 15 वर्षों में ना तो कभी महाराजा की याद आई और ना ही आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की चेतना जागृत हुई और ना ही गोली कांड पर जांच अथवा कुछ भी कहने का साहस जुटा पाए, नेताद्वय ने कहा कि बस्तर के आदिवासी अब भाजपा के झूठे आश्वासन व बहकावे में आने वाले नहीं है इसलिए अब भाजपा सत्ता में वापसी का ख्वाब देखना छोड़ दे।