छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए मुसीबत बना पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करना
पेट्रोल और डीजल (Petrol And Diesel) की कीमतों में कमी करने के बाद भी प्रदेश की भूपेश सरकार विपक्ष समेत आम लोगों के निशाने पर है. सीएम द्वारा की गई मूल्य में कटौती को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जनता के साथ छल बताया है. जबकि लोगों का कहना है कि जब सरकार कीमतें बढ़ाती है तो वृद्धि करती है और जब घटाती है तो पैसों में मामूली कमी करती है...
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छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में पेट्रोल पर 1 और डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम करने की घोषणा की थी. सरकार की इस घोषणा के बाद प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मामूली कमी हुई. पेट्रोल की कीमत 90 पैसे तक और डीजल के दाम करीब 1.50 रुपये तक कम हुए हैं. हालांकि पेट्रोल-डीजल के दामों में यह मामूली कमी करने के बाद भी विपक्ष के साथ-साथ आम लोग भी छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं. एक ओर जहां आम लोगों ने इसे ऊंट के मुंह में जीरा बताया है तो वहीं भाजपा ने इसे आम लोगों के साथ सरकार का छलावा करार दिया है.
इधर, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में इस मामूली कमी को जनता के साथ सरकार का छलावा बताया है. उन्होंने कहा है कि लोगों को उम्मीद थी कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती कर राहत देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. धरमलाल ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में इस मामूली कटौती पर चुटकी लेते हुए कहा कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया...
वहीं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि राज्य मंत्रिमंडल ने पेट्रॉल और डीजल में लगने वाले वैट पर एक प्रतिशत और दो प्रतिशत की कटौती करके राज्य की जनता को बड़ी राहत दी है. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल का आभार जताया है. उन्होंने कहा है कि "बीजेपी से कहना चाहूंगा कि अब अगर साहस है तो वे केंद्र सरकार से एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग करे, ताकि जनता को महंगाई से राहत मिल सके".