शासकीय अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था
बुजुर्गों के लिए पीले रंग का अलग पंजीयन कॉर्ड, काउंटर पर अलग लाइन भी ओपीडी, आईपीडी, लैब जांच और फिजियोथेरेपी की निःशुल्क सुविधा मिल रही
राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ”माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक अनुरक्षण एवं कल्याण अधिनियम, 2007” को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में ”राष्ट्रीय वयोवृद्ध स्वास्थ्य परिचर्या कार्यक्रम‘‘ शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत 60 वर्ष और इससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क ओपीडी, आईपीडी, लैब जांच, मोतियाबिंद जांच और फिजियोथेरेपी की सुविधा प्रदान की जा रही है। शासकीय अस्पतालों में पंजीयन काउन्टर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए आमजनों की लाइन से अलग लाइन की व्यवस्था है, जहां उनके लिए अलग से पीले रंग का पंजीयन कार्ड बनाया जाता है। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों में वृद्धजनों के लिए पृथक ओपीडी की व्यवस्था की गयी है। राज्य के सभी महाविद्यालयों, जिला अस्पतालों, एवं चिन्हाकित सिविल अस्पतालों में मोतियाबिंद की जाँच व ऑपरेशन निःशुल्क किए जाते हैं।ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे बुजुर्गों को फिटनेस गाइड बुकलेट के साथ आवश्यकतानुसार निःशुल्क वॉकर और वॉकिंग स्टिक भी दिए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय वयोवृद्ध स्वास्थ्य परिचर्या कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में अप्रैल-2021 से जनवरी-2022 तक सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 11 लाख 22 हजार 21 वयोवृद्धों का उपचार किया गया है। इस दौरान 57 हजार 283 बुजुर्गों को आईपीडी इलाज भी उपलब्ध कराया गया है। इस साल अब तक चार लाख 28 हजार 124 वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क लैब जांच और 62 हजार 389 को फिजियोथेरेपी की सुविधा भी प्रदान की गई है। प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के पांच लाख 75 हजार 183 लोगों के लिए विशेष पीला कार्ड/फिटनेस गाइड बुकलेट जारी किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत 23 हजार 975 वयोवृद्धों के घर पहुंचकर उन्हें स्वास्थ्य लाभ/सलाह प्रदान की गई है। विगत 1 अक्टूबर को प्रदेश भर के स्वास्थ्य संस्थाओं में आयोजित विश्व वयोवृद्ध दिवस कार्यक्रम में वृद्धजनों को 6796 वॉकर एवं वॉकिंग स्टिक निःशुल्क प्रदान किया गया है।