छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में है सांस्कृतिक एकता, इसीलिए रिश्ता है अटूट- बृजमोहन

रायपुर में आयोजित उत्कल दिवस समारोह एवं जन सेवा शिविर में शामिल हुए विधायक बृजमोहन अग्रवाल।

छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में है सांस्कृतिक एकता, इसीलिए रिश्ता है अटूट- बृजमोहन

उत्कल स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर शहर में आयोजित विभिन्न समारोह में पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने बैरन बाजार में ओड़िशा आंदोलन के जनक साहित्यकार मधुसूदन दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए याद किया। पश्चात शांति नगर में ऑल छत्तीसगढ़ उत्कल कल्याण संगठन आयोजित जनसेवा शिविर में भी शामिल हुए।

इस अवसर पर उपस्थित उत्कल समाज के लोगों को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की पावन भूमि ओड़िशा और प्रभु राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ का अटूट संबंध रहा है। उड़िया और छत्तीसगढ़िया में भी सांस्कृतिक एकता है। यही वजह है कि रायपुर सहित राज्य के विभिन्न शहरों में उड़िया समाज के लाखों लोग रहते हैं और यहां के विकास में अपना योगदान सुनिश्चित कर रहे हैं।

उत्कल कल्याण संगठन द्वारा आयोजित आधार कार्ड, मजदूर कार्ड, पैन कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, राशन कार्ड शिविर पर कहा कि संगठन द्वारा यह नेक कार्य निश्चित रूप से लोगों के लिए राहत देने वाला होगा। इसी तरह लोग या सामाजिक संगठन अपनी सामाजिक जवाबदेही को समझकर लोगों की मदद करेंगे तो निश्चित रूप से एक बेहतर समाज की स्थापना होगी।

इस अवसर पर गोपाल बाघ, सत्यानंद तांडी, ऑल छत्तीसगढ़ उत्कल कल्याण संगठन के वासुदेव तांडी, राजेश तांडी, विजय छुरा, संतोष सोनी, महेश बघेल, राहुल बघेल आदि उपस्थित थे।