24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं नव चेतना जागरण के कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल जब हर कोई दुखी हो, तो सुख आध्यात्म से मिलता है, पूजा-पाठ से मिलता है: बृजमोहन अग्रवाल

शांति कुंज ने इस वर्ष को नारी सशक्तिकरण वर्ष के रूप में चुना, पीएम मोदी जी भी लगातार इसी कार्य में लगे हैं

24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं नव चेतना जागरण के कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल  जब हर कोई दुखी हो, तो सुख आध्यात्म से मिलता है, पूजा-पाठ से मिलता है: बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर के सुंदर नगर स्थित ॐ सोसायटी में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं नव चेतना जागरण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आज इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से यज्ञ स्थल का भूमि पूजन लोगों का आकर्षण केंद्र रहा। यहां पर आए लोगों ने गायत्री मंत्र जाप और भजन-कीर्तन कर सभी की आध्यात्मिक भावना को जागृत करने का काम किया। इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी सम्मिलित हुए। यहां पहुंचकर पूर्व मंत्री ने भी भजन कीर्तन का आनंद लिया। 

इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने उपस्थित सभी भक्तों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत गायत्री मंत्र से की। तत्पश्चात उन्होंने कहा कि हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कि चौबीस कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। आज दुनिया बहुत से लोग दुखी है और जब हर कोई दुखी हो, तो सुख आध्यात्म से मिलता है, पूजा-पाठ से मिलता है। इस प्रकार के आध्यात्मिक आयोजन हमारे मन, बुध्दि, शरीर व आत्मा को शुद्ध बनाते है, क्योंकि जब तक इन चारों चीजो को संतुष्टि नहीं मिलती तब तक कोई भी चीज करना अनावश्यक लगता है। हमारी मान्यता अनुसार यज्ञ चारों चीजों यानी हमारी मन, बुध्दि, शरीर और आत्मा को संतुष्ट करता है। इसलिए आइए हम सब मिलकर इस यज्ञ के सफल होने की कामना करें। निश्चित ही हम सभी के सहयोग से यह यज्ञ सफल होगा। 

 अग्रवाल जी ने कहा कि परम पूज्य श्री राम शर्मा आचार्य जी एवं गुरु माता जी ने गायत्री मंत्र जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। साथ ही उनके संस्थान शांति कुंज ने इस वर्ष को नारी सशक्तिकरण वर्ष के रूप में चुना गया। उन्होंने कहा कि इसे वृहद स्तर तक ले जाना है, हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी इसी कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने पूरे देश की नारी को संम्मान दिलाने के अनेक कार्यों को हमारे राष्ट्र के पटल पर रखा है और उसे संभव करके दिखाया है।