सामाजिक बैठक में पति को पहनाया जूतों का माला, जांच में पत्नी की शिकायत निकली झूठी, 6 लोग पर अपराध दर्ज

पखांजूर थाना क्षेत्र में एक पत्नी ने पति के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाकर गांव में सामाजिक बैठक बुला ली.

सामाजिक बैठक में पति को पहनाया जूतों का माला, जांच में पत्नी की शिकायत निकली झूठी, 6 लोग पर अपराध दर्ज

कांकेर। पखांजूर थाना क्षेत्र में एक पत्नी ने पति के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाकर गांव में सामाजिक बैठक बुला ली. आरोप गंभीर होने के बाद भी समाज ने पड़ताल करने की बजाय एक आरोपी की तरह पति और उसके परिचित की जमकर पिटाई की. परिचित पर आरोपी को शरण देने का आरोप लगाया. उसे भरी बैठक में जूतों का हार पहनाकर माफी मंगवाई गई. मामले की जांच में पत्नी का आरोप बेबुनियाद निकला. दोनों समाज के दबाव में चुप थे, लेकिन जब घटना का वीडियो वायरल हुआ तो घटना की शिकायत करते इंसाफ की गुहार लगाई. इस मामले में पुलिस ने मामले में पुलिस ने प्रविण बनिक, सुमित बनिक, शांतनु हालदार, विश्व सरदार, कोटाई पाल तथा प्रदीप्त बनिक के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

पीड़ित ने पहली पत्नी की मौत के बाद 8 माह पहले दूसरी शादी कर ली. पहली पत्नी से उसे 19 साल की बेटी है, जो मानसिक रूप से कमजोर है. दूसरी पत्नी साथ रहना नहीं चाहती. पति के अनुसार "इसी के चलते उसने उसकी बेटी के साथ ही अवैध संबंध होने की शिकायत समाज में कर दी." पिता का कहना था कि "बेबुनियाद आरोप से सार्वजनिक बैठक में बेटी की बदनामी होगी. उसने पुलिस में शिकायत कर बैठक से पहले निष्पक्ष जांच की मांग की."

पत्नी के आवेदन पर समाज ने 22 जनवरी को सार्वजनिक बैठक रख दी. बेवजह बदनामी के चलते पिता बेटी को लेकर बैठक में नहीं गया. यही बात समाज प्रमुखों को नागवार गुजरी और उसकी खोजबीन शुरू दी. इस दौरान वह वह गांव से 4 किमी दूर खेत में बने अपने एक परिचित के घर पहुंचा था. गांव के करीब दो दर्जन लड़के पहुंचे और बैठक में ले चलने के लिए दबाव बनाने लगे. कुछ देर बाद महिलाएं भी आ गईं. पीड़ित और उसके परिचित के अनुसार "गांव में मिटिंग शुरू हुई तो दल बल के साथ पुलिस फोर्स पहुंची लेकिन दोनों को वहां से निकालकर बाहर लाने की बजाय सामाजिक मामला होने के कारण वहीं छोड़ दिया. 

इससे समाज के लोगों का हौसला बढ़ गया. भीड़ से उठे एक युवक ने परिचित को जूतों का हार पहना दिया. इसके बाद समाज के दबाव में परिचित को सभी से हाथ जोड़ पैर पकड़ माफी मांगनी पड़ी."