राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष का स्वागत-प्रदेश युवक कांग्रेस कमिटी पर फिर भारी पड़ा देवेंद्र आकाश गुट

स्वागत कार्यक्रम के दौरान युवा नेताओ से बातचीत के आधार पर स्पेशल रिपोर्ट।

राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष का स्वागत-प्रदेश युवक कांग्रेस कमिटी पर फिर भारी पड़ा देवेंद्र आकाश गुट

छःग युवा कांग्रेस में 2016 के बाद से चुनाव नही हुए है,चुनाव की मांग कर रहे सदस्यों पर मनोनीत अध्यक्ष थोप दिया गया।वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष कोको पाढ़ी मनोनीत अध्यक्ष हैं जिनका संगठन में व बाहर समय समय पर भारी विरोध देखा जाता है।

ज्ञात हो कि राहुल गांधी ने पार्टी संगठनों में आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने पार्टी के युवा संगठनों में चुनाव प्रक्रिया का शंखनाद किया था।हर 3 साल में होने वाले चुनाव को लेकर युवाओ में भारी उत्साह देखा गया था।सैकड़ो आम चेहरों को बिना किसी नेता की अनुशंसा के आप लड़ो आप बनो मंत्र के तहत युवा कांग्रेस एनएसयूआई में महत्ववपूर्ण पदों पर काबिज होते देखा गया।इस चुनाव प्रक्रिया से उभर कर आये युवाओ ने पिछले एक दशक में कांग्रेस में अपनी मजबूत पकड़ बनाई और आज विधायक जनपद जिला पंचायत पार्षद जैसे अहम पदों पर विराजमान है.लेकिन यह विडम्बना है कि विगत 5 वर्षो से युवा कांग्रेस में चुनाव प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
मनोनयन एनएसयूआई में भी हुआ है लेकिन इसकी एक बड़ी वजह है कि कोरोनाकाल में कालेज का नेटवर्क छिन्न भिन्न हो चुका था ऐसे में चुनाव कराना असम्भव कार्य था,इसलिए यह देखा गया है कि एनएसयूआई में प्रदेश अध्यक्ष पद पर नीरज पांडे के मनोनयन को लेकर कोई विरोध नही हुआ लेकिन युवा कांग्रेस में चुनाव की मांग हर दिन जोर पकड़ते जा रही है।राज्य में एक बड़ा खेमा तैयार हो चुका है जो चुनाव की मांग को लेकर दिल्ली तक अपनी आवाज बुलंद कर चुका है।इस खेमे का नेतृत्व एनएसयूआई में राहुल गांधी की निर्वाचन पद्धति की बदौलत ही आज राष्ट्रीय क्षितिज तक अपनी पहचान बना चुके भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव और एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा कर रहे हैं।


राष्ट्रीय अध्यक्ष के छःग आगमन पर ऐतिहासिक स्वागत करने का देवेंद्र आकाश गुट कोई मौका नही छोड़ता।पूर्व में भी इस गुट ने प्रदेश युंका कार्यकारिणी के समानांतर खुद को हमेशा ताकतवर साबित किया है।कल दिनांक 6 दिसम्बर को युंका के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी श्रीनिवास का एक दिवसीय छःग दौरा था।दोपहर 1 बजे एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही आकाश शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष का जेसीबी वाहनों से माला व फुल बरसा कर ऐसा स्वागत किया गया कि देखने वालों को साउथ की फ़िल्म याद आ गई।बताते हैं कि इस तरह का भव्य व अनोखा स्वागत कभी साउथ के सुपर स्टार अल्लु अर्जुन का हुआ था।एयरपोर्ट से पुराने कांग्रेस भवन तक एक दर्जन स्थानों में आकाश के समर्थन में युवाओ ने जगह जगह रोककर श्रीनिवास को फूल मालाओं से लाद दिया तो कहीं उन्हें छःग की पहचान धान से तौला गया।

कल का माहौल देखकर युवा नेता चकित रह गए थे कि जो ताकत प्रदेश युवा कांग्रेस को दिखानी थी वो अकेले आकाश शर्मा ने अपने समर्थकों के दम पर दिखा दी,हालांकि पूरे आयोजन में देवेंद्र गुट के प्रमुख नेता महेंद्र गंगोत्री निखिल द्विवेदी एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे सहित तीसरा मोर्चा प्रमुख आसिफ मेमन की भी उपस्थिति दिखलाई दी।

कल के ऐतिहासिक स्वागत के बाद बड़ी संख्या में युंका नेता यह कहते मिले की बगैर किसी पद के यदि देवेंद्र आकाश गुट इतनी ताकत जुटा सकता है तो अब बिना देर किए इस समूह की मांग पर युंका में चुनाव करा देने चाहिए ।
युंका के एक जिला पदाधिकारी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए यहां तक कह दिया कि नकली लोगो को साथ लेकर चल रहे जबरन थोपे गए अध्यक्ष कोको पाढ़ी शक्तिप्रदर्शन के मामले में हर बार खुद को हारा हुआ ही देखेंगे।


गांधी मैदान में आयोजित प्रदर्शनी स्थल कार्यक्रम में मौजूद युंका के एक पूर्व प्रदेश पदाधिकारी ने भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा की प्रदेश युवा कांग्रेस से बड़ी ताकत किसकी हो सकती है यह हजारों लाखों युवाओ का संगठन है लेकिन मैं आश्चर्य चकित हूँ कि देवेंद्र गुट के युवा जो कि संगठन में किसी पद पर नही है के नेतृत्व में पूरे राज्य से जमा हुए युवक स्वागत शक्तिप्रदर्शन के मामलों में पूरी प्रदेश युंका कमिटी को हर बार अपनी ताकत के आगे बौना साबित कर रहे हैं।


राजनांदगांव से आये युवा कांग्रेसी ने बताया कि ये स्वागत आयोजन हमारे नेता देवेंद्र यादव की अनुपस्थिति में हुआ है देवेंद्र यादव इस समय भिलाई नगर निगम के चुनाव में व्यस्त हैं,उनकी अनुपस्थिति में आज आकाश शर्मा ने मोर्चा सम्हाला था और आज हम फिर पूरे युंका संगठन पर भारी पड़ गए क्योंकि युंका संगठन के अंदर भी ज्यादातर पदाधिकारी चुनाव चाहते हैं,संगठन में रहकर भी वे तन मन से कोको पाढ़ी के साथ नही है।


बहरहाल एयरपोर्ट से अंतिम गंतव्य तक युंका में चुनाव की मांग कर रहे एक धड़े ने कल जिस ऊर्जा के साथ चप्पे चप्पे को देवेंद्र आकाश के जिंदाबाद के नारों से पाट कर रख दिया था यह दृश्य देखकर कवि दुष्यंत की यह कविता  याद आ गई कि..

हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।

आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए।