साय सरकार ने सदन में पेश किया 12 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट
नई-नवेली साय सरकर ने अपने चुनावी वादों यानी मोदी की गारंटी को अमलीजामा पहनना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कदम बढ़ाते हुये साय सरकार ने बुधवार को विधानसभा के पटल पर अनुपूरक बजट पेश किया। कल षष्ठम सत्र के तीसरे दिन इस अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी।
यह अनुपूरक बजट 12 हजार 992 करोड़ 70 लाख 98 हजार 800 रुपये का हैं। जानकारी के मुताबिक़ इस सप्लीमेंट्री बजट में सरकार ने पीएम आवास के लिए 3799 करोड़ रुपये, धान पर बोनस के लिए 3800 करोड़ और अपनी महत्वकांक्षी महतारी वंदन योजना के लिए प्रथम चरण में 1200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
गौरतलब है कि इस चुनाव में प्रदेश मतदाताओं का स्पष्ट रुझान भाजपा और उनकी घोषणाओं की तरफ नजर आया था। महिलाओं के इस झुकाव की वजह मोदी की गारंटी के तहत भाजपा की ओर से किया गया ‘महतारी वंदन योजना’को माना जा रहा है। इस योजना में सभी विवाहित महिलाओं को सालाना 12 हजार रुपये देने का वादा किया गया है। वही सरकार ने इस वादे को पूरा करने के लिए ही विस के इस सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया है। बताया जा रहा है कि इसका लाभ प्रदेश की विवाहित महिलाओं को डीबीटी के माध्यम से हासिल होगा। हालाँकि इसके लिए क्राइटेरिया अभी तय नहीं है।
आज हुआ राज्यपाल का अभिभाषण
आज सरकार ने सदन के पटल पर अनुपूरक बजट पेश किया जिस पर कल चर्चा होगी तो वही आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के षष्ठम सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल का अभिभाषण भी हुआ। राज्यपाल बिश्वभूषण हरिचंदन ने अपने अभिभाषण के दौरान सभी विजयी विधायकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि शपथ विधि के पश्चात छठवीं विधानसभा के माननीय सदस्यों के रूप में आपका कार्यकाल प्रारंभ हो गया है। आपके सार्थक, सफल और लोकहितकारी कार्यकाल के लिए अनंत शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
भूपेश ने बताया नीरस और दिशाहीन
राज्यपाल के इस अभिभाषण को पूर्व सीएम और विपक्षी दल के विधायक भूपेश बघेल ने नीरस बताया। उन्होंने साय सरकार को भी दिशाहीन करार दिया। विधायक भूपेश ने कहा सरकार के अनुपूरक में 18 लाख आवास के लिए राशि दिखाई नही दे रही हैं। थोड़ी बहुत राशि 2 साल के बकाया बोनस का है। लेकिन बोनस कितना मिलेगा क्या मिलेगा पता नही, ऋण माफी पर सब अलग-अलग बातें बोल रहे हैं। कुछ क्रांतिकारी फैसले के लिए बजट में प्रावधान नहीं।
नक्सल मामले पर भी बोले पूर्व सीएम
पिछले दिनों नक्सल वारदातों में हुई बढ़ोत्तरी और नक्सल उन्मूलन अभियान पर बयान देते हुए भूपेश बघेल ने कहा यह सरकार अपना नियंत्रण खो चुकी है। हमारी सरकार के दौरान घटनाएं कम होती थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार में नक्सली आधुनिक हथियारों के साथ सरेंडर करते थे, भाजपा के सरकार के भरमार बंदूक के साथ ही समर्पण कर रहे हैं।