छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच इकोनॉमी कॉरिडोर, 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी गाड़ियां

छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच इकोनॉमी कॉरिडोर, 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी गाड़ियां

रायपुर. भारतमाला परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच इकोनॉमी कॉरिडोर बनाया जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे राजधानी रायपुर से विशाखापट्टनम को जोड़ेगा। इससे दोनों शहरों के बीच की दूरी कम होने के साथ ही हाईटेक सड़क होने से जंगली जानवरों को भी परेशानी नहीं होगी। परियोजना के फेज-1 में 400 किलोमीटर की सड़क बनाई जा रही है। ये कॉरिडोर 2024 के अंत तक पूरा हो सकता है। यह रायपुर के पास अभनपुर से शुरू होकर आंध्र प्रदेश के पास सब्बावरम पर खत्म होगा। कॉरिडोर बनने से छत्तीसगढ़ सीधे ओडिशा से भी जुड़ पाएगा। पीएम मोदी ने जुलाई 2023 में इसका शिलान्यास किया था। इस एक्सप्रेस-वे पर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ सकेंगी। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है। रायपुर से विशाखापट्‌टनम की दूरी करीब 546 किलोमीटर है और इसे तय करने में 12 घंटे लगते हैं। कॉरिडोर बनने से दूरी घटकर 463 किलोमीटर हो जाएगी और समय सिर्फ 7 घंटे ही लगेगा। इसके अलावा ट्रैफिक से भी निजात मिलेगी। इस रोड पर सिर्फ कुछ जगहों से ही वाहनों की एंट्री हो सकेगी। इसके निर्माण में जंगली जानवरों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। जंगलों में हाईवे पर बाउंड्री वाल होगी। इस सिक्सलेन करिडोर में जानवरों के लिए 27 अंडर-पास बनाए जा रहे हैं। इससे एक छोर से दूसरे छोर तक जानवर आ-जा सकेंगे। यह साउंड-प्रूफ भी होगा। साथ ही बंदरों को पार करने के लिए कैनोपी का निर्माण किया जाएगा।