प्रेमी संग भागी लड़की को पुलिस ने सौंपा था परिजनों को, कुछ दिन बाद नदी किनारे मिली लाश, पिता-भाई और जीजा गिरफ्तार, एक ईंट से पुलिस को मिला सुराग

प्रेमी संग भागी लड़की को पुलिस ने सौंपा था परिजनों को, कुछ दिन बाद नदी किनारे मिली लाश, पिता-भाई और जीजा गिरफ्तार, एक ईंट से पुलिस को मिला सुराग

मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी से एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। एक लड़की अपने प्रेमी के साथ बागेश्वर धाम भाग गई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने लड़की को परिजनों को सौंप दिया। कुछ दिन लड़की की लाश नदी किनारे एक बोरे में मिली। घर वालों ने पुलिस को बताया कि लड़की ने फांसी लगा ली थी। पुलिस ने इस मामले में लड़की के पिता, भाई और जीजा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके घर वालों ने न सिर्फ प्यार के लिए मौत की सजा दे दी बल्कि उसकी लाश को ठिकाने लगा दिया। इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को 12 दिन तक करनी पड़ी। पुलिस को पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इससे पता चलेगा कि मामला सुसाइड का है या हत्या का।

जानकारी के अनुसार बीजधरी ओपी क्षेत्र के सत्तरघाट पूल के पाया नंबर 13 के पास से 27 अप्रैल को अज्ञात लकड़ी का शव बोरा में कसा हुआ पुलिस ने बरामद किया था। हांलाकि लड़की की पहचान नहीं हुई थी, अगले दिन जब केसरिया थाना के चौकीदारों ने उसकी पहचान की यह तो वहीं लड़की है, जिसे पुलिस ने बागेश्वर धाम से बरामद कर लाया था। इसके बाद थाना में रखी तस्वीर से उसकी मिलान की गई। लड़की की पहचान केसरिया थाना क्षेत्र के सुबैया गांव निवासी प्रधुमन दास के 22 वर्षीय बेटी काजल कुमारी के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस जांच के बाद हत्या में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, काजल के पिता प्रधुमण दास ने केसरिया थाना में 17 मार्च को आवेदन दिया था। इसमें उसने अपनी बेटी काजल कुमारी को भगा कर ले जाने का आरोप गांव के सागर कुमार पर लगाया था।आवेदन के आधार पर केस दर्ज करते हुए लकड़ी की बरामदगी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। लड़की को बागेश्वर धाम से पुलिस ने बरामद कर किया और कोर्ट में 164 का बयान करा 24 मार्च को परिजन को सौंप दिया।

काजल और सागर के बीच काफी दिनों से प्रेम चल रहा था, जब काजल की शादी तय हो गई तो दोनों ने भाग कर शादी करने का प्लान बनाया। सागर, काजल को लेकर साहेबगंज पहुंचा। यहां काजल को अपने दोस्त के घर में लाकर रखा। पैसा लेने के लिए सागर आया लेकिन दुबारा वापस नहीं गया। इसके बाद सागर का दोस्त काजल को बागेश्वर धाम ले कर गया लेकिन यहा से पुलिस ने उसे बरामद किया और परिजनों को सौंप दिया।

जब काजल का शव सत्तरघाट पुल के नीचे बोरा में कसा हुआ बरामद हुआ, बोरा से शव को बाहर निकाला गया तो उसमे से डॉन चिमनी का ईंट बरामद हुआ। इसी ईंट को आधार बना कर पुलिस जांच शुरू की और हत्या का खुलासा किया। चकिया एसडीपीओ सतेंद्र सिंह ने बताया कि सत्तारघाट पूल के नीचे से बोरा में बरामद लड़की के शव मामले का खुलासा कर दिया है। हत्या में शामिल लड़की के पिता प्रभुवन दास, भाई चन्द्रमोहन उर्फ अजय प्रसाद और उसका जीजा आशुतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद पता चलेगा कि काजल की हत्या हुई है या उनसे आत्महत्या की है। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है। 

मृत काजल के पिता और भाई के अनुसार 26 अप्रैल की रात काजल ने बाथरूम में अपने दुपट्टे से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। हम लोगों को डर हो गया कि अभी भागी थी और आत्महत्या कर ली तो हम लोग फंस जायेंगे। इसके बाद अपने दामाद से बात किया, दामाद आए और अपने भाई को बुलाए। इसके बाद दो बजे रात्रि में काजल के शव को बोरा में कस कर बाइक ले कर सत्तारघाट पूल के लिए रवाना हुए। मेरे दामाद का भाई बाइक से आगे रैकी कर रहा था और हम लोग पीछे-पीछे शव लेकर चल रहे थे। बोरा में ईंट इसलिए डाले थे कि नदी में पड़ने के पास शव बाहर नहीं आए। किसी को पता नहीं चलेगा। लेकिन, जब शव को पूल से फेंका तो वह पानी में न जा कर सूखे पर रह गया।