दुर्ग जिले की युवक को पुणे में बनाया गया बंधक, छोड़ने के लिए मांगे रुपए, 50 हजार देने के बाद अब 2.50 लाख मांग रहे

दुर्ग जिले की युवक को पुणे में बनाया गया बंधक, छोड़ने के लिए मांगे रुपए, 50 हजार देने के बाद अब 2.50 लाख मांग रहे

भिलाई। कांट्रेक्टर कालोनी सुपेला भिलाई निवासी एक युवक को पुणे में बंधक बनाकर काकाणी का मामला सामने लाया है। अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पर युवक की बहन से उसे छोड़ने के बदले में 50 हजार रुपए की मांग की गई। रुपए मिलने के बाद अब 2.50 लाख रुपए की मांग करने लगे।  युवक की बहन लता यादव की रिपोर्ट पर सुपेला थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 384, 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।जानकारी के मुताबिक लता यादव पति शिव कुमार यादव (30 वर्ष) कांट्रेक्टर कालोनी सुपेला निवासी ने पुलिस को बताया कि  उसका भाई भीषम यादव 25 जून 2024 को घर से काम करने के लिए निकला था। भीषम 29 जून की शाम बहन लता को फोन कर बताया कि मैं पूना में काम करने के लिए आया हूं जहां पर मुझे कुछ लोगों ने एक कमरे मे बंद कर रखा है और पैसे की मांग कर रहे हैं। लता पूछी कि पैसा किस बात का मांग रहे है तब भीषम यादव ने किसी आकाश का मोबाइल नंबर देकर बात करने को कहा।

लता ने तथाकथित आकाश से फोन पर बात की तो उसने बताया कि पूना में भीषम जिस आफिस में काम कर रहा था उसी आफिस में उसका दोस्त भी काम करता था जिसने कंपनी का करीबन 50 हजार रुपए का नुकसान कर दिया है। आकाश ने उस रकम की भरपाई करने पर भीषम यादव को छोड़ दिए जाने की जानकारी दी। लता ने आकाश के द्वारा बताए एकाउंट नंबर में फोन पे के माध्यम से 50 हजार रुपए भेज दिया।फिर 10 मिनट बाद लता ने अपने भाई भीषम यादव को लगाया तो उसने बताया कि उसे छोड़ दिया गया है और 30 जून की शाम को 5 बजे वाली ट्रेन से भिलाई के लिए निकलने की बात कही। उसने यह भी बताया कि उसका ट्रेन टिकट कंपनी वाले कराएंगे, लेकिन उसी दिन रात 10-30 बजे भीषम ने लता को फोन कर बताया कि ये लोग उसे नहीं छोड़े हैं। फिर 1 जुलाई को शाम 4 बजे भीषम ने फोन कर बताया कि ये लोग मुझे नहीं छोड रहे हैं। आप जिस एकाउंट में पैसा भेजे थे वह व्यक्ति इन लोगों को पैसा नहीं भेजा है। भीषम ने फिर एक बार 50 हजार रुपए भेजने को कहा। लता ने रुपए नहीं होना बताकर असमर्थता जताई तो भीषम ने कहा कि यदि तुम पैसा नही भेजोगी तो ये लोग मुझे जान से मार देंगेभीषम ने फिर एक बार 2 जुलाई को दोपहर करीब 1-30 बजे लता को फोन किया। इस बार भी किसी तरह 50 हजार रुपए भेजने को कहा तो लता ने जिसके एकाउंट पर रुपए भेजने हैं उससे बात कराने बोली। उसने अपने फोन से उन लोगों से बात कराया तो उन्होने बताया कि भीषम की इसमे कोई गलती नहीं है वह जिस अपने दोस्त ए. चिंरजीवी को अपने साथ लाया था वह कंपनी का पैसा लेकर भाग गया है। लता ने पुलिस को बताया कि भीषम को कब्जे में रखकर मोबाईल के माध्यम से ढाई लाख रुपए की मांग किए हैं।