आयुष्मान भारत योजना का विस्तार: 70 पार वाले सभी बुजुर्गों को मिलेगा लाभ

आयुष्मान भारत योजना का विस्तार: 70 पार वाले सभी बुजुर्गों को मिलेगा लाभ

केंद्र सरकार ने सेहत से जुड़ा एक अहम फैसला लेते हुए आयुष्मान भारत योजना का विस्तार किया है। अब इस योजना का लाभ 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को मिलेगा। यह कदम 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा द्वारा अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे का हिस्सा है। बुधवार को कैबिनेट की बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई।

70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को लाभ
कैबिनेट द्वारा मंजूर किए गए नए विस्तार के तहत, अब 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। इस फैसले से लगभग 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा, जो 4.5 करोड़ परिवारों के तहत आते हैं।

आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यू-एच-सी) हासिल करना है। इसे सतत विकास लक्ष्यों के अंतर्गत, यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। इस योजना के तहत दो मुख्य घटक हैं:
स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जय)

पीएम-जय की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर 2018 को रांची, झारखंड से की थी।

पात्रता और लाभ के नियम
आयुष्मान भारत योजना का लाभ पहले से ही 55 करोड़ भारतीयों को दिया जा रहा है। इसे 2011 की जनगणना के आधार पर तय किया गया था, और गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी जाती थी। अब, नए फैसले के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, विशेष स्वास्थ्य कार्ड मिलेगा।

योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ
आयुष्मान भारत योजना के तहत निम्नलिखित सुविधाएं मिलती हैं:
प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष 5,00,000 रुपये तक का कैशलेस कवर।
पहले से मौजूद बीमारियों को भी कवर किया जाता है।
874 पैकेज और 1592 प्रक्रियाओं का लाभ उपलब्ध है।
लाभार्थी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में कवर पा सकते हैं।

पहले भी हुआ था योजना का विस्तार
जनवरी 2022 में योजना का विस्तार करते हुए सरकार ने 10.74 करोड़ से बढ़ाकर 12 करोड़ परिवारों को इसका लाभ देना शुरू किया। अब, 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों को शामिल कर इसे और भी व्यापक बना दिया गया है।

इस नए फैसले से न केवल बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिलेगी, बल्कि उनका जीवन भी सुरक्षित और बेहतर होगा।