अभिनेता मुश्ताक खान के अपहरण कांड में नया खुलासा
बिजनौर। अभिनेता मुश्ताक खान के अपहरण कांड में नया खुलासा हुआ है। अब पुलिस की जांच में सामने आया है कि अपहरण के बाद अभिनेता मुश्ताक खान को एक मंडप में भी रखा गया था। इसके अलावा, मुश्ताक खान के मोबाइल से आरोपियों ने खरीदारी भी की थी। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। लेकिन आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। बता दें कि कॉमेडियन सुनिल पाल और मुश्ताक खान का अपहरण दिल्ली बुलाकर 20 नंवबर को किया गया था। पुलिस की जांच में सामने आया कि अभिनेता मुश्ताक खान को लेकर आरोपी बिजनौर शहर के स्वयंवर बैंक्वेट हॉल में भी पहुंचे थे। हालांकि यहां कुछ देर के लिए ठहरे। इसके बाद चाहशीरी स्थित एक मकान में उन्हें बंधक बनाकर रखा गया। 21 नवंबर की सुबह साढ़े तीन बजे जब आरोपी नशे में धुत होकर सो गए तो मुश्ताक खान भाग निकले थे। पुलिस ने मंगलवार की देर शाम उक्त मंडप में भी दबिश दी और चौकीदार से पूछताछ की। पुलिस की जांच में सामने आया कि अभिनेता मुश्ताक खान के फोन से भुगतान करते हुए आरोपियों ने खतौली में एक मिक्सर और पानी गर्म करने का हीटर खरीदा था। पुलिस के अनुसार कुछ नकदी भी निकली। इस तरह से दो लाख की वसूली की गई थी। आपको बता दें कि मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल का अपहरण करने के बाद मेरठ में करीब आठ लाख की फिरौती वसूली गई। मामले में अभिनेता की पत्नी ने मुंबई में केस दर्ज कराया। इसके बाद मेरठ पुलिस ने बिजनौर के लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल की पहचान करते हुए दबिश दी।बिजनौर पुलिस की टीमों ने भी दबिश देकर छह संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। मगर लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल हाथ नहीं लगे। सूत्रों का दावा है कि पुलिस मुख्य आरोपी लवी पाल को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी लवी पाल का फोन बंद है, ऐसे में पुलिस टीम के संपर्क में कुछ देर लिए लवी पाल व्हाट्स एप से संपर्क में आया। बताया जा रहा है कि लवी पाल ने पुलिस को दिए मैसेज में कहा कि इस कांड का पूरा चिट्ठा खोलकर रख देगा। मंगलवार को इस कांड में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब अभिनेता मुश्ताक खान ने भी बिजनौर के उक्त गिरोह के खिलाफ अपहरण और वसूली की रिपोर्ट बिजनौर में दर्ज करा दी। दोनों ही अभिनेताओं का अपहरण कार्यक्रम के लिए बुक करने के बाद दिल्ली बुलाकर किया गया। दरअसल, मुश्ताक खान को 20 नवंबर को बुलाया गया था। जिन्हें अपहरण करके बिजनौर लाया गया और करीब दो लाख रुपये वसूल लिए थे।