64वें धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस व वर्षा वास समापन कार्यक्रम संपन्न.

64वें धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस व वर्षा वास समापन कार्यक्रम संपन्न.

भिलाई  सर्वोदय बुध्द विहार कोशानगर वार्ड क्रमांक 05 में बौद्ध समाज भिलाई कोशानगर के द्वारा आयोजित 66 वे धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस के पावन पर्व पर समाज में एकता स्थापित करने के मुख्य उद्देश पर कार्यक्रम आयोजित किया गया इस उद्देश के साथ-साथ बौद्ध धम्म व बौद्ध धर्मालम्बियों के द्वारा 3 माह तक चल रहे वर्षावास कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम डां भदन्त जीवक  द्वारा महा परि त्ताण पाठ कर कार्यक्रम संपन्न हुआ.
जिसमें प्रमुख अति प्रमुख अतिथि माननीय दिलीप वासनिक कर जांच आयोग छत्तीसगढ़ शासन, कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय सुनील रामटेके  राष्ट्रीय अध्यक्ष  सेल एसी एसटी इम्पा फैडरेशन न्ई दिल्ली व रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया( खो) ने किया.

कार्यक्रम केविशेष अतिथि माननीय संदीप निरंकारी एम. आई सी मेम्बर नगर पालिका निगम भिलाई,मान् डॉ उदय धावडे जी डायरेक्टर पंडित जवाहरलाल नेहरू हॉस्पि .सेक्टर 09 भिलाई,माननीय चंद्रशेखर  गवई एम. आई सी. भिलाई नगर पालिका निगम.,डॉक्टर संजय बाल वांद्रे निषेचन विशेषज्ञ जिला दुर्ग, आनंद रामटेके समता सैनिक दल छत्तीसगढ़ नरेंद्र नारनवरे सेवानिवृत्त सहायक पंजीयन फर्म दुर्ग, श्याम राव डोंगरे सेवानिवृत्त कृषिअधिकारी, प्रज्ञा बौद्ध प्रदेश अध्यक्ष महिला सशक्तिकरण संघ सहित समाज के संस्था प्रमुख इस आयोजन पर अपनी उपस्थिति दर्ज की. 
आयोजन पर मुख्य अतिथि माननीय दिलीप  वासनिक कर जीने धम्मा चक्र प्रवर्तन दिवस पर अपने विचार रखते हुए कहा कि  बाबा साहब अम्बेडकर का सपना देश में समता स्वतंत्रता व बधुत्वता पर आधारित एकता  स्थापित कर जागृत करना  मुख्य उद्देश्य है, जिससे समाज में एकता स्थापित कर बाबा साहेब अम्बेडकर के बताये हुए मार्ग पर चलकर सपना का भारत निर्माण कर सकते हैं,यह भारत में ही नहीं पुरी दुनिया में मिशाल कायम हो सकती है.है देश में जागृत करना वह समाज को जाग्रत करना ही आज के धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मुख्य उद्देश्य है, जो बाबा साहेब अम्बेडकर ने बड़े सघर्ष से  14 अक्टूबर 1956 को दिक्षा देकर ऐतिहासिक दिन हमें प्राप्त हुआ.विशेष अतिथि के रूप में मान् सदिपं निरंकारी ने कहा कि आज पुरा देश में तथागत बुद्ध के मार्ग पर चल रहा है हमे कही भटके की आवश्यकता नहीं ब शर्तें तथागत बुद्ध के मार्ग पर चल आत्मसात करने की आवश्यकता है ,जो आज वर्तमान में इतनी शांति भाईचारे के साथ सामाजिक एकता स्थापित कर सकते हैं ,
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते मान् सुनील रामटेके कहा कि देश में युध्द नहीं बुध्द की आवश्यकता हैआज हमे  तथागत बुद्ध के प्रज्ञा शील करुणा पर आधारित देश में अमन चयन स्थापित कर समाज में एकता सदेश देकर एक जुटता का परिचय दे सकते हैं इन उद्देश को लेकर समाज में एकता स्थापित कर देश व राज्य में एक सूत्र में पिरोया जा सके.
इस धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस पर बौतोर मुख्य अतिथि माननीय दिलीप वासनीकर   के द्वारा समाज में सामाजिक व धार्मिक उत्कर्ष कार्य पर समाज के सेवानिवृत्त 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सामाजिक धार्मिक कार्यकर्ताओं में  70 लोगों को व सामाजिक धार्मिक सम्मानित करते हुए सामाजिक एवं धार्मिक कार्य करने वाले प्रमुखता प्रशस्त पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिसमें दुर्ग भिलाई के 100 से अधिक सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रचार प्रसार और उसके योगदान हेतुसह सम्मान स्वागत करते प्रस्सति पत्र देते सम्मान किया गया सम्मान किया गया जिसमें समाज के सैकड़ों की सख्या में बौद्ध उपासक उपासिका उपस्थिति थे.
कार्यक्रम का संचालन बौद्ध समाज के पूर्व अध्यक्ष माननीय सिद्धार्थ बोरकर एवं आभार प्रदर्शन अध्यक्ष वीरेंद्र वहाने ने किया.