"मेरा सिर कलम कर दो, लेकिन RSS ऑफिस में कभी नहीं जा सकता" राहुल गांधी

"मेरा सिर कलम कर दो, लेकिन RSS ऑफिस में कभी नहीं जा सकता"  राहुल गांधी

राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. 'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान पंजाब के होशियारपुर पहुंचे राहुल गांधी  ने कहा कि चाहे गला काट दो, लेकिन RSS के ऑफिस कभी नहीं जा सकता. राहुल गांधी से उनके चचेरे भाई वरुण गांधी को लेकर सवाल पूछा गया था. जिसके जवाब में उन्होंने ये बयान दिया. राहुल गांधी ने कहा, 'मेरी विचारधारा वरुण की विचारधारा से नहीं मिलती. उन्होंने आरएसएस की विचारधारा को अपनाया है. मेरा गला काट दो, लेकिन RSS के ऑफिस कभी नहीं जा सकता...' 

राहुल गांधी ने आगे कहा, "वरुण गांधी बीजेपी में हैं अगर वो यहां से चलते हैं, तो उन्हें दिक्कत हो सकती है. मेरी विचारधारा उनकी विचारधारा मेल नहीं खाती. मैं आरएसएस कार्यालय नहीं जा सकता, इससे पहले मेरा सिर कलम करना होगा. मेरे परिवार की एक विचारधारा है. वरुण ने दूसरी विचारधारा अपनाई और मैं उस विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता."

बीजेपी नेता और अपने चचेरे भाई वरुण गांधी के कांग्रेस में आने की अटकलों के बीच राहुल गांधी ने संघ की विचारधारा से अपना टकराव स्पष्ट कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि उनकी विचारधारा आरएसएस से मेल नहीं खाती है. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा, "वरुण ने किसी समय, शायद आज भी, उस विचारधारा को स्वीकार किया और उसे अपना बना लिया. मैं उस चीज को स्वीकार नहीं कर सकता." उन्होंने कहा कि उन्हें आरएसएस कार्यालय में प्रवेश करने के लिए पहले "सिर कलम" करना होगा.

होशियारपुर में मीडिया ब्रीफिंग के दौरान राहुल गांधी ने कहा, 'वरुण गांधी बीजेपी में हैं और अगर वो कांग्रेस में आते हैं, तो उनके लिए प्रॉब्लम हो सकती है. मैं बेशक उससे मिलकर उसे गले लगा सकता हूं, लेकिन उस विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता.

राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो' यात्रा के पंजाब-चरण के दौरान कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य घृणा और विभाजन की राजनीति को समाप्त करना है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से बीजेपी को 'बड़ा झटका' लगेगा. उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि आर्थिक संकट, बेरोजगारी और महंगाई से बीजेपी को भारी नुकसान होगा. लोगों में बीजेपी के खिलाफ भारी गुस्सा है."

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को "मीडिया के ढांचे" पर निशाना साधते हुए दावा किया कि "मीडिया में नफरत" फैलाई जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह "प्रहरी के बजाय ध्यान भटकाने" की भूमिका निभा रहा है. राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के दर्शन का हवाला देते हुए एक "स्वतंत्र मीडिया और संस्थानों" की अपील की. उन्होंने कहा कि मीडिया कांग्रेस सरकारों के लिए एक "फीडबैक चैनल" है.

राहुल गांधी ने कहा, "मीडिया को नियंत्रित किया जा रहा है और दबाव डाला जा रहा है. पत्रकारों की ज्यादा गलती नहीं है. आपकी मजबूरियां हैं. आपको वह करना होगा, जो आपका मालिक आपसे करने के लिए कहता है. जैसा आप मुझे बताते हैं मैं समझता हूं. मैं आपकी आलोचना नहीं कर रहा हूं. मैं आपकी आलोचना कर रहा हूं."