कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र नहीं झांसा पत्र जारी किया था संविदाकर्मियों के विश्वास से खेल रही है भूपेश बघेल सरकार

संविदाकर्मियों की पदयात्रा को लेकर सरकार पर बरसे बृजमोहन छत्तीसगढ़ की जनता को ठगने और धोखा देने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है: बृजमोहन अग्रवाल

कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र नहीं झांसा पत्र जारी किया था  संविदाकर्मियों के विश्वास से खेल रही है भूपेश बघेल सरकार

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों से जानकारी संकलन के बाद भी नियमितीकरण की कार्यवाही में देरी हो रही है। संविदा में कार्यरत कर्मचारियों की 4 साल से किसी भी प्रकार की कोई वेतन वृद्धि नहीं की गई है और न ही उन्हें नियमित करने का वादा इस सरकार द्वारा पूरा किया गया। संविदा कर्मचारी अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर सरकार से आशान्वित थे, किंतु अब उनके सब्र का बांध टूट रहा है। इसलिए छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने मिलकर दो दिवसीय नियमितिकरण मनोकामना पदयात्रा की योजना बनाई। आज इसी रणनीति के तहत हजारों संविदाकर्मचारियों ने पदयात्रा निकाली। रायपुर के नजदीक चंदखुरी गांव स्थित मां कौशल्या मंदिर से 25 किलोमीटर की पदयात्रा में हजारों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए, आगे भी 25,000 से भी ज्यादा कर्मचारी इस पदयात्रा का हिस्सा बनेंगे।

यह पदयात्रा अगले दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आधिकारिक आवास पर खत्म होगी जहां संगठन उन्हें नियमितीकरण के सम्बंधित ज्ञापन सौंपकर सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग करेगा। 

सरकार द्वारा संविदाकर्मियों के साथ किए गए विश्वासघात पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, सत्ता में बैठी इस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन ये सरकार सिर्फ इसी वादे पर नहीं बल्कि अपने हर एक वादे को पूरा करने में बुरी तरह से विफल रही है। कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार बनाने के लिए घोषणा पत्र नहीं बल्कि झांसा पत्र जारी कर प्रदेश की जनता को ठगने का काम किया है। संविदाकर्मी लगातार अपनी मांगे उठाते चले आ रहे हैं, मगर ये धोखेबाज सरकार उनके विश्वास के साथ खेल रही है। इस सरकार ने महिला वर्ग, युवा वर्ग, किसान वर्ग,आदिवासी वर्ग के साथ-साथ कर्मचारियों के साथ भी छलावा करने का काम किया है। इस सरकार को पूरी जनता आने वाले समय में सबक सिखाने वाली है। प्रदेशवासियों ने इस सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का निर्णय ले लिया है।