धर्मांतरण का पाठ पढ़ाने वाले सरकारी हेडमास्टर गिरफ्तार, हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने लिया एक्शन

धर्मांतरण का पाठ पढ़ाने वाले सरकारी हेडमास्टर गिरफ्तार, हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने लिया एक्शन

बिलासपुर. धर्मांतरण का पाठ पढ़ाने वाले हेडमास्टर के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन हेडमास्टर ने धर्मांतरण की क्लास लगाई थी, जिसमें वो हिंदू देवी देवताओं की पूजा-पाठ नहीं करने की सीख दे रहा है। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने हेडमास्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है। प्रधान पाठक रतनलाल के विरोध में रविवार को रतनपुर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए पुतला भी फूंका। 

27 जनवरी को बिल्हा ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला भरारी के प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वो स्टूडेंट्स को ब्रह्मा, विष्णु, महेश को नहीं मानने और पूजा नहीं करने की शपथ दिला रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने इसे शासकीय गरिमा के खिलाफ मानते हुए हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया । विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद हेडमास्टर रतनलाल सरोवर के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क उठा। रविवार को बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने इस घटना का विरोध किया। मामले की शिकायत रतनपुर थाने में की गई। जिसके बाद पुलिस ने प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर के खिलाफ धारा 153-ए, 295-ए के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

ज्ञात हो की बिल्हा ब्लाक के ग्राम भरारी में मतांतरण का मामला एक बार फिर सामने आया है। इस बार स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान पाठक मतांतरण करवाते हुए दोषी पाए गए हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही थी। उसी दिन प्रधान पाठक ग्रामीणों को एकत्रित कर गांव के चौक पर भगवान राम, कृष्ण, भोलेनाथ समेत अन्य हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने व नहीं मानने की शपथ दिलवा रहे थे। शपथ लेते हुए बच्चों व ग्रामीणों का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल होते ही हड़कंप मच गया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने शासकीय प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर को निलंबित कर दिया। 

प्रधान पाठक ने बच्चों को दिलाई ये शपथ

मैं भगवान विष्णु और महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा न ही पूजा करूंगा, राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और उनकी पूजा नहीं करूंगा। मैं गौरी गणपति व हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवाताओं को नहीं मानूंगा, न ही उनकी पूजा करूंगा। ईश्वर ने मुझे अवतार दिया, इस पर मेरा विश्वास नहीं है। मैं कभी नहीं मानूंगा कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं। ऐसे प्रचार को मैं झूठा प्रचार समझता हूं। मैं श्राद्ध भी नहीं करूंगा और न ही कभी पिंडदान करूंगा। मैं हिंदू धर्म को लेकर कभी बात नहीं करूंगा। ब्राम्हण के हाथ कभी पूजा-पाठ नहीं कराऊंगा।