डॉ. वृषोत्तम साहू ने बस्तर संभाग के राज्य संरक्षित स्मारकों तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रायपुर के डॉ. हैग्रीव परिहार ने केंद्र संरक्षित स्मारकों और उनके संरक्षण के विषय में प्रतिभागियों को जानकारी दी
जगदलपुर - बस्तर के सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण विषय पर संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय रायपुर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के चौथे दिन आज संचालनालय के डॉ. वृषोत्तम साहू ने बस्तर संभाग के राज्य संरक्षित स्मारकों तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रायपुर के डॉ. हैग्रीव परिहार ने केंद्र संरक्षित स्मारकों और उनके संरक्षण के विषय में प्रतिभागियों को जानकारी दी। अनएक्सप्लोर्ड बस्तर के संचालक और पर्यटन विशेषज्ञ श्री जीत सिंह आर्य ने बस्तर के पर्यटन के विकास में यहां की कला और संस्कृति के योगदान और उनकी संस्था द्वारा किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी।
पुरातत्ववेत्ता श्री प्रभात कुमार सिंह और श्री प्रवीन तिर्की ने ढोलकल की गणेश प्रतिमा के संरक्षण के विषय में और डॉ. राजीव मिंज ने बस्तर के इतिहास के संधान सूत्रों की जानकारी दी।
इस अवसर पर श्री जी.एल. रायकवार, डॉ. पियूष रंजन साहू, डॉ. आशीषधर दीवान, पुरातत्व विभाग के डॉ. वृषोत्तम साहू, श्री प्रवीन तिर्की, श्री भीरेंद्र धीवर, श्री समीर टल्लू और जिला पुरातत्व संग्रहालय के कर्मचारी उपस्थित थे। संचालक श्री विवेक आचार्य के मार्गदर्शन और डॉ. पी. सी. पारख़ उप संचालक के नेतृत्व में पुरातत्त्व विभाग की टीम इस कार्यशाला को आयोजित कर रही है। कार्यक्रम के सत्र समापन के अवसर पर शासकीय दंतेश्वरी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की दक्षिता राठौर, शहीद बापूराव महाविद्यालय सुकमा के छात्रों और दंतेवाड़ा महाविद्यालय के श्री मनकू राम कोवासी ने कार्यशाला के अपने अनुभव साझा किए।