आयुक्त कार्यालय से आदेश जारी होने के बाद भी बस्तर संभाग के शासकीय महाविघालयों के प्राचार्यों ने अतिथि व्याख्याताओं को नही कराया ज्वाइनिंग ।

अध्यापन कार्य के प्रति प्राचार्यों की उदासीनता से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सफलता पर लग रहा है प्रश्न चिन्ह

आयुक्त कार्यालय से आदेश जारी होने के बाद भी बस्तर संभाग के शासकीय महाविघालयों के प्राचार्यों ने अतिथि व्याख्याताओं को नही कराया ज्वाइनिंग ।

बस्तर --   छत्तीसगढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों में अतिथि व्याख्याताओं की जॉइनिंग प्रक्रिया इस समय खासी चर्चा में है. शासन द्वारा जारी निर्देशों के बावजूद, ग्राउंड स्तर पर महाविद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा अलग-अलग नियम और शर्तें बताए जाने से अतिथि व्याख्याताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. जॉइनिंग के लिए पहुंचे कई व्याख्याताओं को अलग-अलग अनुभवों से गुजरना पड़ रहा है.
कहीं तत्काल जॉइनिंग तो कहीं इंतजार करना पड़ रहा है प्रदेश के रायपुर ,बिलासपुर,दुर्ग एवं सरगुजा संभाग के कालेजों में अतिथि व्याख्याताओं को नियुक्ति दी जा रही है तो वही दुसरी ओर बस्तर संभाग के महाविघालय में प्राचार्य अगस्त माह में ज्वाइनिंग कराने की बात कह कर अतिथि व्याख्याताओं को वापस भेज रहे है जिसे लेकर अतिथि व्याख्याताओं में काफी रोष देखा जा रहा है ।                  उल्लेखनीय है कि प्रदेश के शासकीय महाविघालयों में  सहायक प्राध्यापक , प्रोफेसर, क्रिड़ाअधिकारी एवं ग्रंथपाल के रिक्त पद के विरूध्द अतिथि  व्याख्याता , अतिथि क्रिड़ाअधिकारी एवं अतिथि गंथपाल की नियुक्ति अतिथि व्याख्याता नियम 2024 के नियम एवं मापदण्डों के अनुसार  किए जाने की आदेश आयुक्त उच्च शिक्षा संचनालय रायपुर से प्रदेश के महाविघालयों  के  प्राचार्यो को 23 जुलाई को जारी किया है । अतिथि व्याख्याता नियम 2024 के प्रावधानो के अनुसार अतिथि व्याख्याता श्रेणी 1,2 एवं 3 अर्थात पीएचडी,नेट/सेट एवं एम.फिल डिग्रीधारी अतिथि व्याख्याताओं को  री ज्वाइनिंग कराया जाना है । बस्तर संभाग के ऐसे पात्र अतिथि व्याख्याताओं का कहना कि वे लोग अपने अपने महाविघालय में उपस्थित होकर आयुक्त कार्यालय के आदेश का हवाला देते हुए प्राचार्य से ज्वाइनिंग कराने का निवेदन किया तो  प्राचार्य ने उन्हें महाविघालय में अभी प्रवेश कार्य चल रहा है, इसलिए आप लोगों को अगस्त माह से ज्वाइनिंग कराएंगे बोल कर वापस भेज दिया है ऐसे महाविघालयों में  शासकीय काकतीय पीजी कालेज धरमपुरा जगदलपुर , शा. दंतेश्वरी पीजी महिला महा. जगदलपुर,शा. कला एवं वाणिज्य कन्या महा. देवेन्द्र नगर रायपुर आदि कालेज हैं जहां अतिथि व्याख्याताओं को जाॅइनिंग नही दिया है । जबकि राज्य के अन्य संभागों बिलासपुर ,रायपुर दुर्ग एवं सरगुजा के अनेक महाविद्यालयों में जैसे  शासकीय महाविद्यालय बिलाईगढ़ , सांरगगढ़ ,महासमुंद, अकलतरी रायगढ़ ,जैजैपुर , डभरा , आदि स्थानों में अतिथि व्याख्याताओं को अध्यापन हेतु जॉइनिंग कराया जा चुका है । अतिथि व्याख्याताओं का कहना है कि उच्च शिक्षा के स्तर में सुधार लाने हेतु शासन ने राज्य में शिक्षा सत्र 2024-25 से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किया है। इस नीति के तहत अब स्नातक स्तर की पढ़ाई भी सेमेस्टर पद्धति से हो रहा है। शासन ने नई शिक्षा नीति की सफलता एव उसकी उद्देश्य प्राप्ति  हेतु  शैक्षणिक कैलेण्डर में 1 जुलाई से महाविघालयों में अध्यापन कार्य प्रारंभ कराना तथा नवंबर माह में सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन कराया जाना निश्चित किया है । जुलाई माह समाप्त होने जा रहा है। लेकिन अब तक बस्तर संभाग के महाविघालयों में अध्यापन कार्य प्रारंभ नही हुआ है । ऐसी स्थिति में सेमेस्टर का कोर्स कैसे पूरा होगा, इसे लेकर छात्र व पालक दोनों चिंतित हैं । अतिथि व्याख्याताओं का कहना है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर न शासन गंभीर है और न ही महाविघालयों के प्राचार्य अतिथि व्याख्याता नियम 2024 के प्रावधानों के अनुसार अतिथि व्याख्याताओं को 11 माह सेवा देने का है। लेकिन शासन व प्राचार्य दोनों अतिथि व्याख्याताओं की सेवा अवधि में कटौती के फिराक में रहते हैं।जिसका नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में दुष्प्रभाव पड़ना लाजमी है।