धर्मांतरण और सांप्रदायिकता पर कुलस्ते और बघेल में जुबानी जंग
केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते बुधवार से दो दिवसीय दौरेपर रायपुर पहुंचे हैं. वे यहां अहिवारा में वरघोड़ा और अभिनन्दन समारोह में शामिल होंगे. साथ ही नंदनी माइंस का विजिट (Nandani Mines Visit) भी करेंगे. केंद्रीय मंत्री पहुना विश्रामगृह में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात भी करेंगे. दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि मेरा तो यह गांव ही है, इसलिए अक्सर मैं यहां आता रहता हूं. आज कुछ सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने आया हूं.
आपसी कलह कांग्रेस की पुरानी परंपरा
कवर्धा दंगों (Kawardha Riots) को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जहां भी दंगे होते हैं, वहां कांग्रेस (Congress) का हाथ रहता है. कहीं दंगे हों, वहां कांग्रेस का किसी न किसी प्रकार से इंवॉल्वमेन्ट रहता ही है. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी बदलाव को लेकर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि आपसी विवाद और प्रतिस्पर्धा में हम लोग बहुत समय से देखते हैं कि कांग्रेस का यह कल्चर रहा है.
कुल मिलाकर इसमें जनता का नुकसान हो रहा है, यह ठीक नहीं है. कोयले की चिंता सरकार और कोयला मंत्रालय (Ministry Of Coal) कर रहा है. आपने देखा ही होगा कि कोई इस प्रकार की स्थिति नहीं है. सीएम भूपेश बघेल के द्वारा संप्रदायिकता और धर्मांतरण (Sectarianism And Conversions) को बीजेपी, आरएसएस (BJP, RSS) के लिए एजेंडा बताने पर कुलस्ते ने कहा कि कन्वर्जन (Conversion) एक मुद्दा अलग है. मुझे नहीं लगता है कि कन्वर्जन के विषय को लेकर जो भी वहां पर घटनाक्रम हुआ है, मेरी जानकारी में ज्यादा है. परंतु जब यह विषय चला तो यह ध्यान में आया कि अब बड़ी संख्या में धार्मिक आस्था (Religious Faith) रखने वाले लोग रहते हैं.
कांग्रेस करा रही छ्त्तीसगढ़ में बर्बरता
वहां भी एक सरकार है. वह भी निर्वाचित सरकार है. परंतु पहले यूपी के बारे में लोगों की धारणा अच्छी नहीं थी.यह कहना कठिन है परंतु आज भारत के अंदर हमारी जो भी संस्कृति है, हमारी जो परंपरा है, हिंदू परंपरा और यह सुरक्षित रहे. जीवित रहे. यह हमारी कल्पना है और देश-समाज भी चाहता है परंतु कुछ लोग हैं कि किसी योजनाबद्ध तरीके से काम करते हैं.वह शिक्षा, चिकित्सा के नाम पर प्रलोभन देकर लोगों को गलत रास्ते पर ले जाते हैं, यह एक अच्छी बात नहीं है.
बीजेपी और आरएसएस पर दंगा भड़काने का आरोप
जहां सरकार में नहीं होते हैं, इसी के माध्यम से अस्थिरता पैदा करते हैं और इसी प्रकार से और लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं. बघेल ने कहा कि इनको शासन चलाना आता नहीं है. कोयला उपलब्ध नहीं करा पाए. ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पाए और पेट्रोल के दाम कम नहीं कर पा रहे हैं. महंगाई कम नहीं कर पा रहे हैं. दंगे भड़काने का काम, समाज में जहर खोलने का काम आजादी से पहले से करते आ रहे हैं. अब भी वह लोग वही काम कर रहे हैं. इसमें इनकी मास्टरी है.
15 साल के कार्यकाल का बीजेपी दे हिसाब
बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों, आदिवासियों, अनुसूचित जाति, व्यापारी, उद्योग जगत सब में लगातार वृद्धि हो रही है. अब उनको यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है. छत्तीसगढ़ में 15 साल की सरकार में कभी छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ाने का काम उन्होंने नहीं किया. कभी राम वन गमन बनाने की सुधि नहीं ली. कभी उन्होंने तीजा, पोरा, हरेली, विश्व आदिवासी दिवस, छठ की छुट्टी नहीं दी. बघेल ने कहा कि यह केवल भड़काने का काम करते रहे है। राम नाम जपना पराया माल अपना इस सिद्धांत पर चलते रहें. अभी जिस प्रकार से यह घटनाएं कर रहे हैं, वह लगातार एक्सपोज होते जा रहे हैं.