सावन आया

Premdeep

सावन आया

सावन आया बादल छाये
मोर पंख पसार के नाचे
रिमझिम रिमझिम बरखा रानी
झरना गाए गीत सुहानी
बिजली ने जो सुर तानी
धरती की है प्यास बुझानी