आत्मानंद स्कूल में भर्ती के नाम पर प्राचार्य ने पालकों से एंठे रुपए, कार्रवाई की मांग
खैरागढ़: आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना आत्मानन्द विद्यालय है जहाँ पर निःशुल्क शिक्षण है। किंतु कुछ प्राचार्यों के द्वारा जिस तरह से बच्चों के पालकों से एडमिशन के नाम पर पालकों से हजारों रुपए अवैध तरीके से लिया जा रहा है जिस विषय में किसी भी तरह से कोई गाइड लाइन जारी नहीं किया गया है।
नवगठित जिला खैरागढ़ में कन्या शाला में संचालित आत्मानन्द हिंदी विद्यालय के प्राचार्य कमलेश्वर सिंह द्वारा विद्यालय में छात्र छात्राओं का वर्तमान शिक्षण सत्र में भर्ती लिए जाने के नाम पर पालकों से हजारों रुपये बिना रसीद दिए ही लिए जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। जिसमें खैरागढ़ जिला के ही कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक प्रदेश सचिव युवा नेता राजा सोलंकी ने लिखित में जिला कलेक्टर को इस मामले की जानकारी देते हुए उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषी प्राचार्य के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने हेतु आवेदन पत्र दिया था। जिसका मीडिया में खबर भी प्रकाशन किया गया है। अधिवक्ता आर. के. जांगड़े जो खैरागढ़ जिला में अधिवक्ता हैं जहां उनके बच्चों को विद्यालय में भर्ती के नाम पर बिना राशिद दिए ही प्राचार्य कमलेश्वर सिंह के द्वारा भी लगभग 2400₹ रु. ले लिया गया है । जिसका खुलासा उन्होंने मीडिया को स्वंय विसुवल देकर किया है। आत्मानन्द विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उन्हेंनों भर्ती के नाम पर प्राचार्य को पैसे दिए हैं।