स्वदेशी के दम पर भारत पुनः बनेगा विश्व गुरु -बृजमोहन
बिलासपुर में आयोजित स्वदेशी मेला के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए बृजमोहन अग्रवाल।
बिलासपुर में आयोजित स्वदेशी मेले का गुरुवार को समापन हो गया। वरिष्ठ भाजपा विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने एक बार फिर से जनता में स्वदेशी को लोकप्रिय बनाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच और सीबीएमडी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि स्वदेशी के मतलब अपनों से प्रेम और यही भावना छत्तीसगढ़ और भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल से पूरे देश में स्वदेशी की भावना जागृत हो रही है। कुछ शताब्दी पहले विश्व का 33 फीसदी व्यापार भारत से होता था। जिसमे कपड़े, मसाले, उद्यान, चमड़ा प्रमुख थे । लेकिन देश वासियों के मन में स्वदेशी उत्पाद के लिए हीन भावना फैला दी गई और विदेशी उत्पादों के लिए जगह बना दी गई। जिससे कई कुटीर और लघु उद्योग बंद होगे । देश में बेरोजगारी और भुखमरी बढ़ी।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की ही कोसा सिल्क, बस्तर आर्ट जैसे उत्पाद को बाजार नहीं मिलने से ये खत्म होने की कगार पर पहुंच गए । स्वदेश मेले जैसे आयोजन के जरिए लोकल उत्पादों, जैसे आर्युवेद, कपड़े, आचार, मसाले, कलाकृतियां आदि की देश ही नहीं विदेश में भी नए मार्केट बनेंगे। जिससे भारत की अर्थव्यवस्था के साथ ही इससे जुड़े महिला स्व सहायता समूहों और दूसरे लोगों की आमदनी बढ़ेगी। ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे ज्यादा से ज्यादा लोग आत्म निर्भर बनेंगे।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, पहले भारत विदेशी कंपनियों के लिए एक बाजार हुआ करता था लेकिन मोदी जी के प्रयास से देश अब उपभोक्ता से उत्पादक बन गया है। विदेशी कंपनियां भारत में अपना उत्पादन प्लांट लगाने को बेताब है। भारत अब लड़ाकू जहाज, हथियार, स्मार्टफोन्स का उत्पादन और निर्यात कर रहा है।
कार्यक्रम का आयोजन स्वदेशी जागरण मंच और सीबीएमडी ने किया था। इस मेले के माध्यम से लघु उद्यमियों को मार्केट उपलब्ध कराया गया। मेला में तीन सौ अधिक स्टाल लगाए जिसमे । संगमरमर की कलाकृतियां, बनारस की चटाई, बंगाल की साड़ी, चंदेरी की साड़ी, सहारनपुर का फर्नीचर आदि चीजें मिल रही थी। मेला में महिला समूहों द्वारा निर्मित वस्तुओं को भी बेचने के लिए भी स्टॉल लगाए गए थे। स्व सहायता समूहों द्वारा बनाए गए वस्तु को बाजार नहीं मिलता है। इसके चलते वस्तु का उपयोग बहुत कम लोग ही करते हैं। प्रचार-प्रसार के अभाव में लोग खरीदते नहीं है।
श्री बृजमोहन अग्रवाल ने सिंगिंग, डांस समेत दूसरी प्रतिगोताओं के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में पूर्व सांसद लखन लाल साहू, प्रबल प्रताप सिंह, रामदेव कुमावत, प्रवीण सोनी, कमल झा, ललित, प्रफुल्ल शर्मा भी शामिल हुए।