अशोका बिरयानी में 2 कर्मचारियों की मौत के बाद लगातार प्रदर्शन बीजेपी विधायक भी धरने पर बैठे
रायपुर। तेलीबांधा क्षेत्र में स्थित बिरियानी सेंटर में दो कर्मचारियों की गटर में संदिग्ध मौत के मामलें में पुलिस ने अभी तक कोई केस दर्ज नहीं किया है। जबकि पत्रकारों से मारपीट मामलें में 6 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। मगर पुलिस का एक नया कारनामा देखने को मिला है कि पुलिस ने मामलें में आईपीसी की धारा 294, 323, 506, 427, 34 के तहत अपराध तो दर्ज कर लिया मगर SDM कोर्ट में आरोपियों को आईपीसी की धारा 151 के तहत पेश किया और न्यायालय के मजिस्ट्रेट को बिरयानी सेंटर में हुए संदिग्ध मौत के मामलें को संज्ञान में नहीं लाया गया जिसकी वजह से मजिस्ट्रेट ने मारपीट के मामलें में पेश हुए 6 आरोपियों को 26 अप्रैल तक जेल भेजा है। पुलिस की इस एकतरफा कार्रवाई के चलते दो युवकों के संदिग्ध मौत मामलें में कोई कार्रवाई नहीं की गई।रायपुर के बिरयानी में 2 कर्मचारियों की मौत के बाद लगातार प्रदर्शन का दौर जारी है। घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को भी जमकर प्रदर्शन हुआ। देर शाम परिजनों ने दोनों लाश को होटल के दरवाजे पर रखकर नारेबाजी की। तेलीबांधा थाना क्षेत्र के जीई रोड स्थित बिरयानी में गटर साफ करने के दौरान दोनों की मौत हुई थी। इस मामले में प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये मौत घटना नहीं है, बल्कि प्रबंधन ने हत्या की है। मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहना है कि पुलिस एक हाफ बिरयानी में बिक गई है और होटल के मैनेजमेंट के लोग जो बयान दे रहे है उसी को आधार मानकर एक तरफा कार्रवाई की गई है। वही होटल के मैनेजरों द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बदलने की भी बातें सामने आ रही है।