*शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय में पोषण आहार माह कार्यक्रम का आयोजन*

*शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय में पोषण आहार माह कार्यक्रम का आयोजन*

शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय में एनएसएस इकाई द्वारा पोषण आहार माह के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना था। 

कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. रश्मि शुक्ला ने पोषण और एनीमिया पर  व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान में डॉ. शुक्ला ने पोषण युक्त आहार के महत्त्व पर विस्तार से चर्चा की और विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थों की जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन क्यों आवश्यक है और यह शरीर की समग्र स्वास्थ्य स्थिति को कैसे प्रभावित करता है। 

इसके पश्चात डॉ. तृप्ति खनंग ने सरकार द्वारा पोषण माह मनाने के लिए किए गए विभिन्न पहलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पोषण माह का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और पोषक तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए प्रेरित करना है। 

डॉ. सीमा कार्ला ने अपने व्याख्यान में पोषण की कमी से होने वाली बीमारियों और उनसे बचाव के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों के महत्त्व पर बल दिया और बताया कि किस प्रकार सही आहार से बीमारियों से बचा जा सकता है।

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे श्रीमती जयश्री मंडल ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रिंसी दुग्गा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर पोषण आहार पर आधारित 'आनंद मेला' का भी आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने विभिन्न पौष्टिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया। जिसमें मिलेट्स व विभिन्न प्रकार के अन्न,सब्जियों और फलों से बने व्यंजन प्रदर्शित किए गए, जिससे पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ी। 

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. योगेंद्र मोतीवाला, डॉ. रश्मि शुक्ला, सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रिंसी दुग्गा, सुश्री ज्योति त्रिपाठी, श्रीमती जयश्री मंडल, डॉ. आशिषधर दिवान, डॉ. प्रियंका शुक्ला, श्रीमती शबाना बेगम, सुश्री पद्मिनी ठाकुर, डॉ. तृप्ति खनंग , डॉ. सीमा कालरा, डॉ. बिंदु साहू, डॉ. हेमलता मिन्ज, सुश्री जीविदा कोसले एवं  अन्य प्राध्यापकगण व छात्राएँ उपस्थित रहे।