देहदानी देवनाथ सिंगरौल के प्रथम पुण्यतिथि में आयुर्वेदिक महाविद्यालय परिवार ने कदम का पेड़ रोपड़ कर देहदान के महत्व को याद किए
ग्राम मोछ, विकासखंड- तखतपुर, जिला- बिलासपुर (छत्तीसगढ़) निवासी समाज सेवी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता डॉ. जीतेंद्र सिंगरौल द्वारा अपने पिताजी देवनाथ सिंगरौल के पार्थिव शरीर को 1 वर्ष पूर्व शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय, बिलासपुर में देहदान किए। उनके प्रथम पुण्यतिथि में आयुर्वेदिक महाविद्यालय परिवार ने "कदम" का पेड़ रोपड़ कर देहदान के महत्व को याद किए। उक्त कार्यक्रम रचना शारीर विभाग द्वारा देहदान हेतु जागरुकता के उद्देश्य से किया गया।
दधीचि देवनाथ सिंगरौल के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर आयुर्वेदिक महाविद्यालय परिवार ने "कदम" का पेड़ रोपड़ के पावन अवसर पर दधीचि देवनाथ सिंगरौल के सुपुत्र डॉ जीतेंद्र सिंगरौल के उनके परिवार से उनके चाचाजी श्री गोपाल प्रसाद सिंगरौल, श्रीमती रामकुमारी सिंगरौल, सामाजिक कार्यकर्ता श्री भुवन वर्मा, श्री मनीष तिवारी के साथ आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय परिवार के
प्राचार्य प्रो. डॉ. रक्षपाल गुप्ता, महाविद्यालय के रचना शरीर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. मीनू श्रीवास्तव खरे, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ प्रशांत निषाद, डॉ. कविता प्रधान, डॉ. रामेश्वर, डॉ. संतोष साहू, समस्त विद्यार्थी एवं श्री रूपेश उपस्थित में वृक्षारोपण का कार्य किया गया l
दधीचि देवनाथ सिंगरौल के देहदान से प्रेरित होकर 10 लोगों ने किए देहदान
दधीचि देवनाथ सिंगरौल के देहदान से प्रेरित होकर आज वृक्षारोपण के अवसर पर उनके रिश्तेदार श्री हरप्रसाद सिंगरौल चिकित्सा महाविद्यालय में उपस्थित होकर अपने देहदान करने की घोषणा कर देहदान का फॉर्म भरे। आपको बताते चले कि दधीचि देवनाथ सिंगरौल के देहदान से प्रेरित होकर अब तक दस लोगों ने देहदान कर चुके है।