जगदलपुर नगर निगम की भाजपा सरकार ले शहीदों के अपमान की जिम्मेदारी और मांगे महापौर शहीद परिवारों और देश से माफी -जावेद खान

जगदलपुर नगर निगम की भाजपा सरकार ले शहीदों के अपमान की जिम्मेदारी और मांगे महापौर शहीद परिवारों और देश से माफी -जावेद खान

जगदलपुर -20/3/25

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान ने 25 मई 2013 के दिन झीरम घाटी में शहीद हुए जवानों, नेताओं और वाहन चालकों को श्रद्धांजलि देते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा 25 मई 2022 को जगदलपुर के लालबाग मैदान में बनाए गए झीरम शहीद स्मारक की दुर्दशा और उपेक्षा पर राज्य की भाजपा सरकार और निगम की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है और पूछा है कि क्या यही भाजपा की सरकारों का असली राष्ट्रवाद है जिसमें शहीदों के स्मरण स्थली की उपेक्षा की जाती है,उसे खंडित किया जाता है, शहीदों का अपमान किया जाता है, जावेद ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जानबूझकर सड़यंत्रपूर्वक झीरम शहीद स्मारक को उपेक्षित किया गया, वहां स्थापित शहीदों की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया परंतु इस ओछी हरकत को करने से पहले भाजपा सरकार को यह देख लेना चाहिए था कि केवल वहां कांग्रेस के नेताओं की स्मृति चित्र नहीं हैं उस प्रांगण में झीरम में शहीद हुए जवानों,वाहन चालकों की भी स्मृति शेष है। 

जावेद ने महापौर संजय पांडे के उस बयान पर भी कड़ी आपत्ति दर्ज की है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह मेमोरियल शहीदों का नहीं कांग्रेस के भ्रष्टाचार का मेमोरियल है, जावेद ने कहा कांग्रेस सरकार ने तो झीरम के शहीदों का मेमोरियल बनाया था परंतु सरकार बदलते ही भाजपाईयों ने शहीदों की उपेक्षा और तिरस्कार का मेमोरियल बना डाला, महापौर अपनी गर्दन बचाने भ्रष्टाचार का आरोप तो बड़ी आसानी से लगा रहे हैं परंतु उसे सिद्ध करने में उनके भी पसीने छूट जाएंगे क्योंकि यदि यह स्मारक भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा है तो उस भ्रष्टाचार का सबसे बड़ी दोषी तो तत्कालीन महापौर सफीरा साहू होंगी जिनके कार्यकाल में यह भ्रष्टाचार हुआ क्या आज वर्तमान महापौर पूर्व महापौर जो कि अब भाजपाई हैं उन्हें भ्रष्चारी सिद्ध कर पाएंगे जो कि वर्तमान महापौर के लिए असंभव है, इसलिए अपनी ग़लती स्वीकारते हुए महापौर संजय पांडे जी को शहीद परिवारों से,देश की जनता से और कांग्रेस पार्टी से माफी मांगनी चाहिए और बिना देरी पुनः झीरम शहीद स्मारक को पूर्व की भांति संरक्षित और सुरक्षित करना चाहिए।

जावेद ने कहा जिस प्रकार से असमाजिक तत्वों ने आईजी बंगले के ठीक सामने स्थित झीरम शहीद स्मारक मे तोडफोड़ और चोरी चकारी की है यह राज्य सरकार की कानून व्यवस्था की भी पोल खोलती है और किस प्रकार से पुलिस से भयमुक्त होकर अपराधी असामाजिक तत्व प्रदेश में करतूत कर रहे हैं दर्शाता है, जहां आईजी बंगले के सामने सरकारी संपत्ति शहीद स्मारक सुरक्षित नहीं है सारे सीसी टीवी कैमरे चोरी हो गए, लाईटें और इलेक्ट्रोनिक वायर चोरी हो गए और स्मारक क्षतिग्रस्त कर दिए गए वहां आम जनता के दरों-दीवार कितने सुरक्षित होंगे इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

जावेद खान ने राज्य सरकार और निगम सरकार से इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराने दोषी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने और झीरम शहीद स्मारक को पुनः मूर्त रूप देते हुए संरक्षित और सुरक्षित करने की मांग की है।