“141 वर्षों की विचार–यात्रा: जशपुर के सभी विकास खंडों में कांग्रेस ने मनाया स्थापना दिवस, यूडी मिंज बोले—कांग्रेस आज भी लोकतंत्र की अनिवार्य शक्ति”

“141 वर्षों की विचार–यात्रा: जशपुर के सभी विकास खंडों में कांग्रेस ने मनाया स्थापना दिवस, यूडी मिंज बोले—कांग्रेस आज भी लोकतंत्र की अनिवार्य शक्ति”

जशपुर। जशपुर जिले के सभी विकास खंडों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 141वां स्थापना दिवस उत्साह और संगठनात्मक एकजुटता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी जशपुर के जिलाध्यक्ष यू.डी. मिंज ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका, वैचारिक प्रतिबद्धता और वर्तमान प्रासंगिकता पर विचार रखे।

श्री मिंज ने कहा कि कांग्रेस की 141 वर्षों की यात्रा कोई मात्र संगठनात्मक निरंतरता नहीं, बल्कि भारतीय राष्ट्र–चेतना की जीवित धारा है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वह राजनीतिक संस्था है जिसने स्वतंत्रता को केवल सत्ता-हस्तांतरण नहीं, बल्कि मूल्य-हस्तांतरण के रूप में गढ़ा। समावेशिता, संवैधानिकता और सामाजिक न्याय—ये तीन स्तंभ कांग्रेस की ऐतिहासिक पहचान रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज भारत जिन गंभीर चुनौतियों—संवैधानिक संस्थाओं की क्षीणता, सामाजिक विभाजन, आर्थिक असमानता और असहमति के दमन—से जूझ रहा है, उनका समाधान किसी एक विचारधारा के वर्चस्व में नहीं, बल्कि बहुलतावादी लोकतंत्र में निहित है। कांग्रेस का विचार राष्ट्र को नागरिकों का संघ मानता है, न कि किसी एक पहचान का विस्तार।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस वही दल है जिसने अधिकारों की राजनीति को शासन की नीति बनाया। सूचना का अधिकार, मनरेगा, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा का अधिकार जैसे कदम केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संविदाएँ थीं। सत्ता में हो या विपक्ष में, कांग्रेस ने हमेशा संविधान को सत्ता से ऊपर रखा है, यही उसे आज भी आवश्यक बनाता है।

अपने संबोधन के अंत में श्री मिंज ने कहा कि देश आज कांग्रेस की ओर इसलिए देख रहा है क्योंकि उसे ऐसी राजनीति की आवश्यकता है जो भय नहीं, विश्वास पर चले; जो इतिहास को हथियार नहीं, सीख बनाए; और जो असहमति को अपराध नहीं, लोकतंत्र की आत्मा माने। 141वें स्थापना दिवस पर कांग्रेस का गौरव अतीत में नहीं, बल्कि उस भविष्य-दृष्टि में है जो भारत को पुनः न्याय, समरसता और संवैधानिक गरिमा की ओर ले जा सकती है।