सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण
बस्तर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में दक्षिण बस्तर बटालियन नम्बर 01 के सक्रिय हार्डकोर नक्सली दंपती ने पुलिस और एसटीएफ के अधिकारियों के समक्ष मंगलवार को आत्मसमर्पण किया , दोनों पर 08-08 लाख रुपये का इनाम घोषित था, हार्डकोर नक्सली दंपती सुकमा-दंतेवाड़ा जिले के कई बड़ी नक्सल वारदातों में शामिल थे। पुरूष नक्सली 16 वर्ष तथा महिला नक्सली 10 वर्ष से नक्सली संगठन में सक्रिय थी। नक्सली दंपति को आत्मसमर्पित कराने प्रोत्साहित करने एसटीएफ विशेष योगदान था।
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एएसपी नक्सल ऑपरेशन किरन चव्हाण के एएसपी ओम चंदेल, एसटीएफ पुलिस अधीक्षक विजय पाण्डेय, एसटीएफ कंपनी कमांडर महंत सिंग समक्ष के समक्ष बिना हथियार के सरेंडर किया गया। आत्मसमर्पित नक्सली दंपति नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन के दक्षिण बस्तर बटालियन नम्बर 01 में विगत कई वर्षों से सक्रिय थे। वहीं नक्सली दंपति ने सुरक्षा बल के जवानों से संपर्क कर आत्मसमर्पण करने के लिए आगे आए। वहीं इन नक्सली दंपति के आत्मसमर्पण करने के लिए एसटीएफ अहम भूमिका रही।
नक्सली दंपति सलवम मुत्ता उर्फ सुक्कु एर्राबोर थाना क्षेत्र एवं सलवम गंगी चिंतागुफा थाना क्षेत्र की सुकमा जिले के निवासी है।आत्मसमर्पित नक्सली दंपती ताडमेटला एम्बुश-76 जवान शहीद, बुरकापाल एम्बुश-25 जवान शहीद, टेकलगुड़ा मुठभेड़- 22 जवान शहीद, एलारमडगु एम्बुश, अस्थाई कैम्प मिनपा में फायरिंग, कसालपाड़ मुठभेड़, पेदागेल्लूर फायरिंग के सहित 14 से अधिक नक्सल वारदातों में शामिल रहे हैं।आत्मसमर्पित नक्सली दंपती को छत्तीसगढ़ शासन की पुर्नवास योजना के तहत दस-दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया एवं पुनर्वास योजना के तहत अन्य सुविधा के प्रदान की जाएगी।
एएसपी किरन चव्हाण ने बताया कि दक्षिण बस्तर बटालियन नम्बर 01 के सक्रिय हार्डकोर नक्सली दंपती ने आत्मसमर्पण किया। नक्सली दंपति पर आठ-आठ लाख रुपये का छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इनाम घोषित था। उन्होंने बताया आत्मा समर्पित नक्सली ताड़मेटला 76 कांड, बुरकापाल एम्बुश, टेकलगुड़ा मुठभेड़ सहित सुकमा व बीजापुर जिले में हुए कई बड़ी नक्सल घटनाओं में शामिल थे।