शुभ नववर्ष 2024
-Premdeep
जश्न अधूरा है
जब स्वयं में कोई बदलाव नहीं
अंको से क्या बदलोगे
विचारों में गहरी भाव नहीं
पीछे छूटा सो छूटा
आगे के लिए तैयार रहो
शोर शराबा कोलाहल से
फूहड़पन की ना बाजार हो
फूलों से पथ सुशोभित हो
मंगल हृदय का हर द्वार हो
खुशियों का दीप चारों दिशाओं में
आगाज से ऐसा नया साल हो