छात्राओं ने सीखा बांस कला और जनजातीय शिल्प का महत्व मानवविज्ञान विभाग, शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय, जगदलपुर का शैक्षणिक भ्रमण

छात्राओं ने सीखा बांस कला और जनजातीय शिल्प का महत्व मानवविज्ञान विभाग, शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय, जगदलपुर का शैक्षणिक भ्रमण

जगदलपुर, 19 मई।
शासकीय दंतेश्वरी पी.जी. महिला महाविद्यालय, जगदलपुर के मानवविज्ञान विभाग द्वारा आज एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। भ्रमण के अंतर्गत छात्राओं को छत्तीसगढ़ खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्रामोद्योग शिल्प केंद्र (बांस कला केंद्र) और जनजातीय शिल्प एवं उत्पादों के प्रचार-प्रसार हेतु TRIFED द्वारा संचालित Tribes India Outlet का अवलोकन कराया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को पारंपरिक शिल्पकला, बांस पर आधारित हस्तशिल्प और जनजातीय उत्पादों के संरचनात्मक तथा व्यावसायिक पहलुओं की प्रत्यक्ष जानकारी देना था। बांस कला केंद्र में प्रबंधक श्री उमेश रायेकवार ने छात्राओं को बांस से निर्मित उत्पादों की निर्माण प्रक्रिया, प्रशिक्षण गतिविधियों और स्वरोजगार के अवसरों के बारे में विस्तार से बताया। वहाँ कार्यरत कर्मचारियों ने भी विभिन्न शिल्प प्रक्रियाओं का जीवंत प्रदर्शन कर छात्राओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया।

इस भ्रमण का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव गुहे के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का संचालन मानवविज्ञान विभाग प्रमुख श्री भुवनेश्वर कुमार, डॉ. श्यामाचरण और श्रीमती शबाना बेगम द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। भ्रमण में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की छात्राओं ने भाग लिया।

यह शैक्षणिक भ्रमण नई शिक्षा नीति के अंतर्गत Skill Enhancement Course (SEC) के संग्रहालय विज्ञान विषय से संबंधित था, जिसके माध्यम से छात्राओं को संस्कृति, हस्तशिल्प और पारंपरिक ज्ञान के प्रति रुचि उत्पन्न करने और रोजगारोन्मुखी कौशल विकसित करने का अवसर प्राप्त हुआ।

इस प्रकार का अनुभव न केवल अकादमिक दृष्टिकोण से उपयोगी रहा, बल्कि छात्राओं के व्यक्तित्व विकास, स्थानीय संसाधनों की समझ और जनजातीय परंपराओं के संरक्षण की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।