हम दोनों हैं एक दूजे के

मोना चंद्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़

हम दोनों हैं एक दूजे के

हम दोनों हैं एक दूजे के दिल के सहारे
तुम सागर के उस किनारे मैं इस किनारे

तुमसे मिलने के बाद आ जाएंगी बहारें
ये मौसम अब करने लगे हैं मासूम इशारे

देखो कितने रंगीन हो गए हैं ये सब नजारे
सब खुशियां साथ हैं अब हमारे तुम्हारे

इतने सालों कैसे तुम बिन हमने गुजारे
अब तक तन्हा जी रहे थे हम यूं बेसहारे

तुमसे मिलने के बाद सच हो सपने सारे
हम दोनों हैं एक दूजे के दिल के सहारे