गुमनाम ज़िन्दगी

मोना चन्द्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़

गुमनाम ज़िन्दगी

फिलहाल जी रही हूँ मैं गुमनाम ज़िन्दगी
सब भुलाते जा रहे मुझे, है बेनाम ज़िन्दगी

गलियों से मेरा पता ढूंढते जा रहे हैं मेरा
धीरे-धीरे लापता होती जा रही अनाम ज़िन्दगी

लफ़्ज़ों में ज़िक्र करना छोड़ दिया है सबने मेरा 
अब सब की लबों पे है मेरी बदनाम ज़िन्दगी

जिन गलियों में किस्से मशहूर हुए थे कभी
उन गलियों में धूम मचाएगी कोहराम ज़िन्दगी

न गुजरे हुए का इल्म था, न आने वाले की खबर
सबको भुलते जमाना हो गया हाय नाकाम ज़िन्दगी