कांग्रेस को सितंबर 2022 में मिलेगा नया अध्यक्ष, सोनिया बोली तब तक मैं ही फुल टाइम अध्यक्ष

कांग्रेस को सितंबर 2022 में मिलेगा नया अध्यक्ष, सोनिया बोली तब तक मैं ही फुल टाइम अध्यक्ष

देश की राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई. सोनिया गांधी इस बैठक की अध्यक्षता कर रही हैं. वहीं, इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के असंतुष्ट नेता भी शामिल हुए.

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 को जवाब दिया है. उन्होंने अपने शुरुआती संबोधन में कहा कि वो ही कांग्रेस की पूर्णकालिक अध्यक्ष हैं. सोनिया ने अपने संबोधन में कहा, 'यदि आप मुझे ऐसा कहने की अनुमति देते हैं तो मैं कहती हूं कि मैं ही कांग्रेस की फुल टाइम अध्यक्ष हूं, मेरे लिए मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है.' सोनिया ने कहा कि हमने कभी भी लोक महत्व के मुद्दों पर टिप्पणी करने से इनकार नहीं किया. पार्टी में संगठन चुनाव पर सोनिया ने कहा कि संगठन चुनाव का पूरा खाका आपके सामने आ रहा है. बता दें कि कुछ ही दिन पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि कांग्रेस के फैसले कौन लेता है ये उन्हें समझ में नहीं आ रहा है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव पर भी फैसला लिया गया. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया नवंबर से शुरू होगी और चुनाव अगले साल सितंबर में होंगे.

इसके अलावा सोनिया ने सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी  की चौंकाने वाली घटनाएं हाल ही में भाजपा की मानसिकता को धोखा देती हैं कि वह किसान आंदोलन को कैसे देखती है, किसानों द्वारा अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस दृढ़ संघर्ष से कैसे निपटती है. वहीं, उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी चिंता है. सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सोनिया ने कहा कि आर्थिक सुधार के लिए सरकार के पास एकमात्र जवाब राष्ट्रीय संपत्ति को बेचना है.

बता दें, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कुल 52 कांग्रेस नेता हिस्सा ले रहे हैं. दिग्विजय सिंह और डॉ. मनमोहन सिंह समेत पांच नेता आज की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.

सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पांच राज्यों में कुछ महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों, मौजूदा राजनीतिक हालात के साथ ही लखीमपुर खीरी की घटना, किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई तथा आर्थिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है और कुछ प्रस्ताव भी पारित किए जा सकते हैं. पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी. आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए.

सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए. सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में  कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं.