महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याताओं की जॉब सुरक्षा को लेकर माननीय विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह जी निवास स्थान रायपुर कार्यालय में अतिथि व्याख्याता के समस्याओ को लेकर मुलाकात किया

महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याताओं की जॉब सुरक्षा को लेकर माननीय विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह जी निवास स्थान रायपुर कार्यालय में  अतिथि व्याख्याता के समस्याओ  को लेकर मुलाकात किया

महाविदालयीन अतिथि व्याख्याताओं द्वारा अपने प्रमुख मांगों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष माननीय श्री डॉ रमन सिंह व उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी तथा अन्य कैबिनेट मंत्री,विधायकों से सौजन्य मुलाकात किया गया। जिसमें महाविद्यालीन अतिथि व्याख्याता ने पिछले 12 वर्षों से प्रमुख मांग मातृत्व राज्य मध्य प्रदेश की तर्ज पर व्यवस्था व जॉब सुरक्षा को लेकर संघर्षरत है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद महाविद्यायलीन अतिथि व्याख्याता की बहु प्रतीक्षित मांग पूर्ण होने का समय आ चुका है। जब महाविद्यालय अतिथि व्याख्याताओ ने विधानसभा अध्यक्ष माननीय श्री डॉ रमन सिंह जी से सौजन्य मुलाकात की तब डॉक्टर रमन सिंह जी ने मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए पूर्ण करने का आश्वासन दिया तत्पश्चात उच्च शिक्षा मंत्री माननीय श्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने भी महाविद्यालय अतिथि व्याख्याता की मांगों को जायज ठहराया और इस पर शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।  महाविद्यायलीन अतिथि व्याख्याता समूह के अध्यक्ष लव कुमार वर्मा,  अतिथि व्याख्याताओं की समस्याओ को लेकर मुलाकात किया गया।* सभी समस्या से अवगत करा गया।शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि व्यख्याताओ की लंबे समय से लंबित मामलों और समस्याओं पर चर्चा तथा  मातृराज्य मध्यप्रदेश की तरह यहाँ भी जॉब सुरक्षा व्यवस्था लागू किये जाने हेतु ज्ञापन दिया गया।जिसमें माननीय मंत्री जी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए माँग पर आश्वासन दिया।                                   छत्तीसगढ़ के समस्त शासकीय महाविद्यालयों में वर्षों से अध्यापन कार्य करा रहे अतिथि व्याख्याता लगातार 12 वर्षों से अपनी मांगो को लेकर संघर्षरत हैं, किन्तु वर्तमान समय तक उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोई संज्ञान नही लिया गया है।छत्तीसगढ़ में अतिथि व्याख्याताओं के लिए जॉब सुरक्षा के लिए कोई नीति-निर्धारण नहीं होने से सिर्फ 5 से 6 माह की ही नौकरी मिलती है, स्नातक महाविद्यालय में फरवरी और स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अपैल तक उसके बाद 5 से 6 माह तक मौसमी बेरोजगार बना दिया जाता है।उल्लेखनीय है कि कालखण्ड आधारित मानदेय व्यवस्था की वजह से सत्र जून-जुलाई में प्रारंभ होने के बाद भी नियुक्ति के लिए महीनों प्रतीक्षा करनी पड़ती है। कभी अगस्त, कभी सितंबर, कभी अक्टूबर, कभी नवम्बर, कभो दिसबंर में नियुक्ति दी जाती है एव कालखण्ड व्यवस्था के कारण महाविद्यालयों के प्राचार्य अतिथि व्याख्याताओं के साथ मनमानी, भेदभावपूर्ण व्यवहार और पद का दुरुपयोग करते हुए किसी को 2 कालखण्ड, किसी को 3 कालखण्ड और किसी को 4 कालखण्ड का मानदेय भुगतान करते हैं। कालखण्ड मानदेय व्यवस्था से हमारे भविष्य के साथ-साथ महाविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले लाखों विद्यार्थियों के भविष्य से भी खिलवाड़ किया जा रहा है, क्योंकि विद्यार्थियों / महाविद्यालय को 12 माह प्राध्यापक की आवश्यकता होती है।आदरणीय जबकि अन्य राज्य (मध्यप्रदेश, हरियाणा) में अतिथि व्याख्याताओं की स्थिति छत्तीसगढ़ से बेहतर है, हमारे मातृत्व राज्य मध्य प्रदेश में मासिक वेतन, शासकीय सेवकों के समान अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण की सुविधा, अतिथि व्याख्याता को पीएससी की परीक्षा में आरक्षण, लगातार कार्य कर रहे अतिथि व्याख्याता को बाहर नहीं किया जायेगा एवं फालेन आउट व्यवस्था जैसी सुविधायें प्रदान किया जा रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ में अतिथि व्याख्याताओं के लिए ऐसा कोई नीति नियम नहीं है, कभी भी सेवा समाप्त कर दिया जाता है।
जबकि छत्तीसगढ़ राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं, वहां पर किसी नियमित शिक्षक की सीधी भर्ती, पदोन्नति एवं स्थानांतरण से पदस्थापना नहीं किया जाना है। किन्तु शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं के लिए कोई जॉब सुरक्षा नहीं है, एवं वर्ष 2022 से 2023 के दौरान वर्षों से सेवा दे रहे अतिथि व्याख्याताओं के लिए बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये, विभाग द्वारा स्थानांतरण एवं नियमित सहायक प्राध्यापकों की भर्ती की गई, जिससे सैंकड़ो अतिथि व्याख्याता बेरोजगार हो गये और उन्हें आर्थिक तंगी जैसे समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है क्योंकि हमारे पास अतिथि व्याख्याता की नौकरी के अलावा और कोई दूसरा आय का साधन नही है। जिससे हम सभी महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याता बहुत हताश और निराश हैं।अतः महोदय से सादर अनुरोध है कि हमारी समस्या व पीडा को समझते हुए कालखण्ड आधारित मानदेय व्यवस्था को समाप्त कर मासिक वेतन के साथ जॉब सुरक्षा एवं अतिथि व्याख्याता की नवीन भर्ती प्रकिया में रिक्त पद एवं नवीन महाविद्यालयों में सृजित पद पर विज्ञापन की जगह प्रभावित (छटनी) किए गये अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर 'मोदी की गारंटी व हमने छत्तीसगढ़ बनाया हम ही इसे सवानरेंगे को चरितार्थ करते हुए अतिथि व्याख्याताओं को जॉब सुरक्षा की सौगात देकर अनुग्रहित करेंगे। महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याता समूह छत्तीसगढ़ । बस्तर संभाग अध्यक्ष कमलेश देशमुख, रवि सूर्यवंशी, साथीगण के नाम – उपाध्यक्ष डा प्रतिमा विश्वकर्मा , भवानी प्रधान , जया गुप्ता, रविशंकर साहू, चितरंजन साहू , योगेंद्र साहू, सुरजीत डहरिया, जया निषाद, राखी यदु,सीताराम यादव, लोमेश साहू,विद्यावती ,नर्मदा मैम,
देवदत्त ,शौकतअंसारी ,विनीता  ,शगुफ्ता खातून ,आशा  अन्य सदस्य उपस्थित रहे। रिपोर्टर विकास दुबे सारंगगढ़