जन पर्व गणतंत्र दिवस मनाएं
Premdeep
मौलिकता की ताज सिर पर सजाएं
अधिकार मिला है स्वतंत्र भारत में
जन समुदाय मिलकर भारत को
सुखद समृद्ध स्वर्णिम बनाएं ।
सदविचार और न्याय की कसौटी से
खरा सोना भारत को फिर से बनाएं
मन हो सदभावना से भरा
मिट्टी का घड़ा शीतल जल फिर से बन जाए ।
मातृभूमि की कृपा है हम पर
संतान का कर्तव्य हम भी निभाएं
उनकी की आन से हमारी है शान
तिरंगा की रक्षा में अपना जीवन बिताएं ।