विश्व धरोहर सप्ताह 19 से 25 नवम्बर
विश्व धरोहर सप्ताह 19 से 25 नवम्बर
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा प्रतिवर्ष विश्व धरोहर सप्ताह का आयोजन किया जाता है । यह आयोजन भारत वर्ष के अधीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के विभिन्न मंडलों एवं अन्य कार्यालयों के साथ-साथ निजी संस्थाओं, विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में भी आयोजित किया जाता है ।
इसका मूल उद्देश्य भारतवर्ष की प्राचीन सभ्यता संस्कृति के प्रतीक हमारे स्मारकों जिनमें मंदिर, मस्जिद, किले, महल, पुरातात्विक स्थल, सराय, जलाशय, शैलोकृत गुफाएं या इसी प्रकार के अन्य प्राचीन वास्तु विन्यास जोकि हमारे प्राचीन कला स्थापत्य एवं दर्शन का उच्च प्रर्दशन करते है । इनका ना केवल संरक्षण अपितु आने वाली पीढ़ियों तक अक्षुण बनाये रखने हेतु जनजागृति के उद्देश्य से मनाया जाता है ।
इस वर्ष यह आयोजन शासकीय महिला दन्तेश्वरी महाविद्यालय, जगदलपुर, बस्तर , छत्तीसगढ़ में मनाया है । इसका मूल उद्देश्य छत्तीसगढ़ के प्राचीन मंदिरों, किलों, मूर्तियों, महलों की जानकारी एवं उनका इतिहास विद्यार्थीयों एवं आमजनमानस को प्रसारित कर छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिकता व संस्कृति का न केवल प्रचार-प्रसार करना अपितु इन स्मारकों में किसी भी प्रकार की गलत गतिविधियों, तोड़-फोड़ अथवा क्षति पुहचाँने से रोकना है, जिससे कि इन स्मारकों की महत्ता एवं गरिमा अनादि काल तक बनी रहे और हम अपनी इस महान विरासत पर गर्व कर सकें ।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शासकीय महिला दंतेश्वरी महाविद्यालय, जगदलपुर, बस्तर की प्राचार्य डॉक्टर श्रीमती अनामिका झा एवं प्राचीन भारतीय इतिहास के विभाग अध्यक्ष डॉ आशीष घर दीवान और समस्त महाविद्यालय के प्राध्यापक कॉलेज स्टाफ और छात्राएं उपस्थित थी