सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई : 8 इनामी समेत 14 माओवादी गिरफ्तार

सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई : 8 इनामी समेत 14 माओवादी गिरफ्तार

थाना उसूर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल की है। टेकमेटला, नड़पल्ली, और मल्लेमपेंटा के जंगलों में की गई अलग-अलग कार्रवाइयों के दौरान 36 लाख रुपये के इनामी 8 माओवादियों सहित कुल 14 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे मेमोरण्डम के आधार पर स्पाइक और जमीन खोदने के औजार बरामद हुए हैं।

डीआरजी बीजापुर, थाना उसूर, कोबरा 205, 210, केरिपु 196 और 229 वाहिनी की संयुक्त टीम ने जिले में माओवादी विरोधी अभियान के तहत यह कार्रवाई की।
गिरफ्तार माओवादी और उनकी पहचान

गिरफ्तार माओवादियों में हार्डकोर सदस्य शामिल हैं, जिनमें से 8 पर इनाम घोषित था:
कमली कोडेम ऊर्फ कोदूम (8 लाख रुपये इनामी)
चैते सोढ़ी ऊर्फ रीलो (8 लाख रुपये इनामी)
जोगी सोढ़ी ऊर्फ टोक्कू (8 लाख रुपये इनामी)
राजे सोढ़ी ऊर्फ बोडडो (8 लाख रुपये इनामी)
देवा मड़कम ऊर्फ बोटी (1 लाख रुपये इनामी)
कोसा माड़वी (1 लाख रुपये इनामी)
लिंगा कुहरामी ऊर्फ गेल्ले लिंगा (1 लाख रुपये इनामी)
हुंगा कुंजाम सोमड़ा मड़कम ऊर्फ राजू (1 लाख रुपये इनामी)
जोगा मड़कम (ग्राम मल्लेमपेंटा डीएकेएमएस सदस्य)
हुर्रा मड़कम (ग्राम मल्लेमपेंटा  संघम सदस्य/कोमटपल्ली आरपीसी डॉक्टर शाखा सदस्य)
सोमड़ा मड़कम ऊर्फ राजू (पामेड़ एरिया कमेटी अंतर्गत पार्टी सदस्य/सप्लाई टीम सदस्य)
रामा माड़वी (ग्राम मल्लेमपेंटा  संघम सदस्य/कोमटपल्ली आरपीसी जंगल शाखा सदस्य)
हुंगा माड़वी (ग्राम मल्लेमपेंटा  संघम सदस्य/कोमटपल्ली आरपीसी कृषि शाखा सदस्य)
सुक्का माड़वी (ग्राम मल्लेमपेंटा  संघम सदस्य/कोमटपल्ली आरपीसी कृषि शाखा सदस्य)

गिरफ्तार माओवादियों के कबूलनामे के बाद जंगल से 23 लकड़ी और 8 लोहे के स्पाइक, लकड़ी के बेंत लगे औजार बरामद किए गए। गिरफ्तार माओवादियों को वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायिक रिमांड पर मुख्य न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया है। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की बड़ी उपलब्धि है और माओवादी विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

पकड़े गए माओवादी निम्न घटनाओं में शामिल थे:
    30 नवंबर 2022: टेकमेटला के जंगल में स्पाइक लगाने की घटना जिसमें दो जवान घायल हुए थे।
    19 जून 2024: नड़पल्ली के जंगल में आईईडी लगाने से एक महिला घायल हुई थी।
    6 जनवरी 2025: पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए उसूर-नड़पल्ली मार्ग पर आईईडी लगाने की साजिश।