नवा रायपुर के पुरखौती में होगा भारत भवन का निर्माण , 50 करोड़ की लागत से बनेगी भव्य इमारत
छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नवा रायपुर में अब भव्य भारत भवन का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए संस्कृति विभाग ने डीपीआर तैयार कर लिया है. शासन से मंजूरी के बाद निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी अब मध्य प्रदेश के भोपाल की तर्ज पर आकर्षक और भव्य भारत भवन का निर्माण किया जाएगा. यह भवन नवा रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन परिसर में बनेगा. राज्य के लोक कलाकारों द्वारा लंबे समय से भारत भवन की मांग की जा रही थी. कलाकारों की मांग को देखते हुए संस्कृति विभाग ने बकायदा डीपीआर तैयार कर राज्य शासन को भेज दिया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे
संस्कृति विभाग के अधिकारियों की माने तो पुरखौती मुक्तांगन में भारत भवन के साथ ही मानव संग्रहालय, अभिलेखागार और बहुआयामी बिल्डिंग का भी निर्माण किया जाएगा. इन भवनों की ड्राइंग, डिजाइन और डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा चुका है. अब निर्माण एजेंसी का चयन किया जाएगा. इन भवनों के निर्माण के लिए बजट प्रदान किया गया है. इसके साथ ही निर्माण के लिए लगभग 70 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. इन भवनों के निर्माण पर लगभग 50 करोड़ खर्च होंगे.
जानकारी के मुताबिक भारत भवन में बहुआयामी सांस्कृतिक बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा. जिसकी लागत करीब 30 करोड़ अनुमानित है. इसमें कलाकारों, पर्यटकों, सैलानियों और शोधार्थियों सहित सभी विधा के लोगों के लिए जरूरी सुविधाएं होंगी. यहां मंच और गैलरी भी होगी. जहां कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर सकेंगे. यहां वर्कशॉप ऑडिटोरियम और कैंटीन की भी व्यवस्था रहेगी.
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मानव संग्रहालय, सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण और पुनर्जीविकरण के लिए प्रदर्शन, शोध और प्रशिक्षण के माध्यम से अन्य संस्थानों से संबंध स्थापित करेगा. यह संस्थान सांस्कृतिक जीवन की विविधता प्रस्तुत करने मानव विकास के क्रम के शोध केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा.
संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य ने बताया कि "पुरखौती मुक्तांगन नया रायपुर में एक बहुआयामी बिल्डिंग का निर्माण किया जाना है. जिसका डीपीआर राज्य शासन को प्रेषित किया गया है. यह भवन भोपाल के भारत भवन की तर्ज पर बनाया जाएगा. जिसमें सभी कल्चरल एक्टिविटीज एक ही स्थान पर की जा सकती है. साथ ही साथ वहां पर मानव संग्रहालय भी प्रस्तावित है, जहां मानव की उत्पत्ति कैसे हुई. यह सारी जानकारी के रूप में दी जाएगी.इसके अलावा वहां पर एक अभिलेखागार का भी निर्माण किया जाना है. सभी मिलाकर लगभग 50 करोड़ का बजटप्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है".