नवनियुक्त स्कूल शिक्षा सचिव ने एससीईआरटी और बीएड कॉलेज का किया निरीक्षण
बच्चों में परीक्षा का भय खत्म करना आवश्यक: डॉ. एस. भारतीदासन
बच्चों में परीक्षा का भय खत्म करने के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षक परीक्षा या बोर्ड परीक्षा के पहले बच्चों की एक परीक्षा ले, ताकि उनमें आत्मविश्वास विकसित हो। शिक्षक को बच्चों को सरल तरीके से समझाएं, ताकि उन्हें अच्छी तरह याद हो सके। इस आशय के विचार स्कूल शिक्षा विभाग के नवनियुक्त सचिव श्री डॉ. एस. भारतीदासन ने आज सुबह राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) में आयोजित एक अनौपचारिक बैठक में व्यक्त किए। उन्होंने इस मौके पर संचालक एससीईआरटी श्री राजेश सिंह राणा के साथ बीएड कॉलेज का भी भ्रमण किया।
डॉ. दासन ने कहा कि बच्चों में परीक्षा के प्रति भय का वातावरण रहता है इसे दूर करने के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक विषयों में 5-5 के चार समूह बनाए जाएं और चार पेपर सेट किए जाएं, उसमें से एक पेपर पर परीक्षा हो। इससे यह भी पता चलेगा कि शिक्षकों ने कितना कार्य किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक किसी भी कार्य को औपचारिक ना समझे बल्कि वह रिजल्ट ओरिएंटेड काम करें। उन्होंने अंग्रेजी माध्यम के सेल से कहा कि ऐसा कार्य करें जिससे छत्तीसगढ़ के बच्चे अंग्रेजी प्रतियोगिताओं में अव्वल आए और फर्राटेदार इंग्लिश बोल सकें।
डॉ. एस. भारती दासन ने कहा है कि स्कूल शिक्षा विभाग में उच्च प्राथमिकता के कार्यो को और अधिक बेहतर तरीके से संचालित किया जाना है। उन्होंने कहा कि एससीईआरटी एक महत्वपूर्ण संस्था है जिसमें हम यह तय करते हैं कि बच्चे कैसे पढ़ेंगे, क्या पढ़ेंगे। हमें बच्चों की भाषा पर विशेष ध्यान देना है। बच्चों की इंग्लिश, हिंदी और स्थानीय भाषा अच्छी होगी तो वे समाज में आगे आकर काम कर सकते हैं और किसी भी परीक्षा में इंटरव्यू अच्छे से दिला सकते हैं।
सचिव डॉ एस. भारतीदासन ने बीएड कॉलेज निरीक्षण के दौरान कहा कि नियमित बीएड के साथ पत्राचार के माध्यम से बीएड और एमएड को प्राथमिकता प्रदान करनी है। जिसमें शिक्षक स्कूल में रहकर कोर्स पूर्ण कर सके और ज्यादा से ज्यादा डिग्री प्राप्त कर सके। उन्होंने बीएड कॉलेज में धरोहर कार्यक्रम के अंतर्गत रखी गई वस्तुओं को सहेजने एवं साफ सुथरा रखने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व एससीईआरटी के संचालक श्री राजेश सिंह राणा ने स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत एससीआरटी द्वारा चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने शिक्षा समागम, बालवाड़ी, राज्यस्तरीय कार्यशाला, विभिन्न गठित प्रकोष्ठ के कार्यों और शिक्षकों के प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से बताया। इस अवसर पर एससीईआरटी के अपर संचालक डॉ. योगेश शिवहरे सहायक संचालक प्रशांत पांडेय, वरिष्ठ प्राध्यापक निशी भांबरी, बीएड कॉलेज की प्राचार्य जे. एक्का, पुष्पा किस्पोट्टा सहित विभिन्न प्रकोष्ठ के प्रभारी उपस्थित थे।