National Tribal Dance Festival 2021: 7 देशों के नर्तक दल सहित देश के 27 राज्यों 6 केन्द्र शासित प्रदेशों के 59 आदिवासी नर्तक दल देंगे प्रस्तुति
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 का भव्य आयोजन साईंस कॉलेज मैदान में आज 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक हो रहा है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि रहेंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे. उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल हो रहे आदिवासी नर्तक दलों द्वारा मार्चपास्ट किया जाएगा. उद्घाटन समारोह में युगाण्डा, उत्तर प्रदेश, फिलीस्तीन, सिक्किम और छत्तीसगढ़ के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी.
तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में देश और विदेश के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी जाएगी. राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में 7 देशों के नर्तक दल सहित देश के 27 राज्यों तथा 6 केन्द्र शासित प्रदेशों के 59 आदिवासी नर्तक दल शामिल हो रहे हैं. इन नर्तक दलों में लगभग 1,000 कलाकार हैं. जिनमें 63 विदेशी कलाकार भी शामिल हैं.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में प्रत्येक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश के नर्तक दल दो विधाओं विवाह संस्कार और अपने राज्य की अन्य पारंपरिक विधाओं में अपनी प्रस्तुति देंगे. दोनों विधाओं में प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले नर्तक दलों को कुल 20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, प्रमाण पत्र और ट्रॉफी दी जाएगी. प्रत्येक विधा में फर्स्ट प्राइज पाने वाले दल को 5 लाख रुपये, सेकंड आने वालों को 3 लाख रुपये थर्ड आने वाले दल को 2 लाख रूपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का यह द्वितीय आयोजन है. देश-विदेश में इस आयोजन को काफी लोकप्रियता मिली है. इस साल आयोजित हो रहे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में श्रीलंका, उज्बेकिस्तान, स्विटजरलैंड, नाइजीरिया, फिलीस्तीन, माले और युगांडा के नर्तक दल हिस्सा लेंगे. मोरक्को के दल की भी इस आयोजन में शामिल होने की संभावना है.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान हर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. हर रोड 20-20 आदिवासी नर्तक दलों द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी. महोत्सव के दौरान आदिवासियों की जीवन शैली, आदिवासी संस्कृति पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी और संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के स्टॉल भी होंगे. प्रदर्शनी में हाथकरघा वस्त्रों और हस्तशिल्प के स्टाल भी लगाए जाएंगे.