ज़िन्दगी एक तन्हाई का सफ़र सा है

मोना चन्द्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़

ज़िन्दगी एक तन्हाई का सफ़र सा है

ये ज़िन्दगी एक तन्हाई का सफ़र सा है
इस राह में मुश्किलें हमेशा ठहर सा  है

वीराने में मेरा हमसफ़र साथ नहीं देता
लगता हर वक्त वो मुझसे बेखबर सा है 

उनसे ज्यादा बातें नहीं होती आजकल
मेरे लिए  वो फिलहाल  बे-कदर  सा   है

भूलती नहीं है उसकी यादें,  सताती है
आँखों के ख़्वाबों में अक्स गजर सा है 

मुझसे रूठ  गए हैं वो  मनाती रहती हूँ 
मेरे लिए हमेशा 'मोना' एक मेहर सा है