मानसून के केरल तट पर समय से 5 दिन पहले पहुंचने के आसार, प्रचंड गर्मी के बीच राहत भरी खबर
भारतीय मौसम विभाग ने एक दिन पहले ही कहा था कि मानसून अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में 15 मई तक पहुंच जाएगा. अब यह देश के मुख्य तटीय इलाके में भी समय से पहले आएगा.
प्रचंड गर्मी झेल रहे देश के ज्यादातर हिस्सों के लोगों के लिए राहत की खबर है. मानसून न केवल अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में 15 मई को पहुंचेगा, बल्कि केरल के तट पर यह अपने सामान्य समय से करीब पांच दिन पहले 25 मई को पहुंच जाएगा. दक्षिणपश्चिम मानसून को भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है. इसके केरल तट पर समय से पांच दिन पहले पहुंचने की उम्मीद है. सामान्य तौर पर मानसून केरल तट पर 1 जून को पहुंचता है. भारतीय मौसम विभाग ने कहा, इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में अपने निश्चित समय से पहले पहुंचेगा. यह तय वक्त से करीब 4-5 दिनों पहले दस्तक दे सकता है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया है, "इस साल केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के निर्धारित समय से पहले दस्तक देने की संभावना है. दक्षिण के राज्य केरल में इस साल मानसून, 27 मई तक पहुंच सकता है. " राज्य में मनसून की दस्तक की सामान्य तारीख एक जून के आसपास है. दक्षिण पश्चिम मानसून की समय से पहले दस्तक की खबर ऐसे समय आई है जब देश के उत्तर और मध्य भारत के राज्य भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं.
समय से पहले मानसून आने से देश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से भीषण गर्मी से बेहाल हैं.मौसम विभाग का कहना है कि अगले चार-पांच दिन अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. द्वीपसमूह में 14 से 16 मई के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. विभाग के अनुसार, 15 और 16 मई को दक्षिण अंडमान सागर में हवा 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.